Friday, September 20, 2024
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पारिवारिक विवाद सुलझाने के लिए विशेष अभियान, पति-पत्नी में हुआ सुलह

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पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा), रांची के निर्देशानुसार 9 सितंबर से 13 सितंबर तक पारिवारिक मामलों को सुलझाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य पारिवारिक विवादों को कानूनी समाधान के माध्यम से सुलझाकर रिश्तों को बेहतर बनाना है। इसी क्रम में पाकुड़ में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) शेषनाथ सिंह के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण मामला सुलझाया गया, जिसमें पति-पत्नी के बीच पिछले चार महीने से चल रहे विवाद को समाप्त कर उनके बीच सुलह करवाई गई।

पारिवारिक विवाद का समाधान

पारिवारिक स्पेशल अभियान के तहत, O.S. Suit Case No. 118/2024 में सलीम शेख बनाम सलमा बीबी का मामला प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेषनाथ सिंह की अदालत में पेश हुआ। सलीम शेख और सलमा बीबी पिछले चार महीने से अलग रह रहे थे। दोनों के बीच परिवारिक मतभेद इस हद तक बढ़ गए थे कि वे एक साथ रहने के लिए तैयार नहीं थे। हालांकि, न्यायालय के विशेष प्रयासों और मीडियटर सालेहा नाज के सहयोग से दोनों के बीच सुलह का मार्ग प्रशस्त किया गया।

सुलह की प्रक्रिया

सलीम शेख और सलमा बीबी के बीच सुलह की प्रक्रिया बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण थी। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेषनाथ सिंह ने दोनों पक्षों को शांतिपूर्ण ढंग से बात करने और अपने मुद्दों को समझने का अवसर दिया। उन्होंने दोनों के सामने यह बात रखी कि उनके बीच के विवाद को कानूनी तरीके से सुलझाया जा सकता है, जिससे न सिर्फ उनका जीवन बेहतर हो सकता है बल्कि उनका परिवार भी एक साथ रह सकता है।

न्यायाधीश के समझाने और मीडियटर सालेहा नाज के सफल प्रयासों के बाद दोनों पक्षों ने सुलह के लिए सहमति जताई। न्यायालय ने उनकी आपसी सहमति को स्वीकार किया और उनके रिश्ते को फिर से मजबूत बनाने के लिए प्रयास किए। इस अवसर पर न्यायाधीश ने दोनों को एक साथ रहने और पारिवारिक जीवन की महत्वता को समझने की प्रेरणा दी।

मेल-मिलाप की रस्म

सुलह के बाद, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शेषनाथ सिंह ने दोनों पति-पत्नी को फूल माला पहनवा कर उनके जीवन की नई शुरुआत का आशीर्वाद दिया। यह दृश्य बेहद भावुक था, क्योंकि चार महीने से अलग रह रहे पति-पत्नी को पुनः एक साथ देखकर सभी लोगों के चेहरे पर खुशी थी। न्यायाधीश ने उन्हें एक साथ जीवन बिताने का आशीर्वाद दिया और कहा कि रिश्तों में संवाद और समझ का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि पारिवारिक मामलों में सुलह और समझौते से न केवल परिवार के सदस्यों के बीच संबंध बेहतर होते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

विशेष अभियान की सफलता

झालसा के इस विशेष अभियान के तहत, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पाकुड़ का यह सफल मामला रहा। न्यायालय और मीडियटर्स के संयुक्त प्रयासों से इस मामले का समाधान संभव हो सका। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने इस अभियान की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से पारिवारिक विवादों का समाधान शीघ्रता से हो सकता है और रिश्तों में आई दूरियों को समाप्त किया जा सकता है।

अभियान का उद्देश्य

यह विशेष अभियान केवल कानूनी मामलों को सुलझाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य पारिवारिक विवादों को आपसी समझौते और मेल-मिलाप के जरिए समाप्त करना है। इस प्रकार के अभियानों से न केवल न्यायिक व्यवस्था का बोझ कम होता है, बल्कि समाज में शांति और सौहार्द्र का वातावरण भी बनता है।

इस प्रकार, पारिवारिक स्पेशल अभियान के तहत सलीम शेख और सलमा बीबी का मामला सफलतापूर्वक सुलझाया गया, जिससे उनके जीवन में एक नई शुरुआत हुई। इस अभियान की सफलता ने यह सिद्ध किया है कि न्यायिक प्रक्रिया के माध्यम से न केवल न्याय की प्राप्ति की जा सकती है, बल्कि रिश्तों को भी बचाया जा सकता है।

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