पाकुड़। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार की अध्यक्षता में मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस बैठक में थाना, ओपी (आउट पोस्ट) प्रभारी और संबंधित शाखा प्रभारियों को अपराध नियंत्रण और जन शिकायत समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक का उद्देश्य जिले के अपराधों पर नियंत्रण करना और जन शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना था। पुलिस अधीक्षक ने बैठक के दौरान विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए।
जन शिकायत समाधान पर विशेष जोर
बैठक के दौरान, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने 10 सितंबर को आयोजित जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में प्राप्त शिकायतों पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कुल 86 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनका समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना आवश्यक है। उन्होंने संबंधित थाना और ओपी प्रभारियों को आदेश दिया कि वे एक सप्ताह के भीतर सभी शिकायतों की जांच पूरी कर उचित कार्रवाई करें।
इसके साथ ही, पुलिस अधीक्षक ने जन शिकायतों के त्वरित निपटारे के लिए एक विशेष जन शिकायत कोषांग का गठन किया, जो पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) के नेतृत्व में काम करेगा। इस कोषांग का मुख्य उद्देश्य वॉट्सएप, ईमेल और अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों का तुरंत समाधान करना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि थाना में आने वाले शिकायतकर्ताओं को बिना किसी परेशानी के प्राथमिकता के आधार पर सुना जाए और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाए।
अवैध खनन और परिवहन पर सख्ती
बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक ने अवैध कोयला, बालू, और पत्थर के उत्खनन, परिवहन, और भंडारण पर पूर्णतः रोक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध खनन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि इससे राजस्व की हानि भी होती है। इसके साथ ही, उन्होंने बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के चलने वाले और अतिरिक्त पटरा या एंगल लगाकर चलने वाले खनिज मालवाहक वाहनों को जब्त करने का आदेश दिया। इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया।
अपराधियों पर कड़ी नजर
पुलिस अधीक्षक ने बैठक में जिले में सक्रिय अपराधियों और शरारती तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने थाना क्षेत्र में उपद्रवियों, आदतन शरारती तत्वों, और सक्रिय अपराधियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करने की आवश्यकता बताई। इसके अलावा, लूट, डकैती, चोरी, और छिनतई जैसी घटनाओं पर नियंत्रण लगाने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि लंबित वारंटों और कुर्की के मामलों का जल्द से जल्द निपटारा किया जाए, ताकि जिले में कानून व्यवस्था बनी रहे।
लंबित कांडों का त्वरित निष्पादन
अगस्त 2024 में प्रतिवेदित सभी मामलों की विस्तृत समीक्षा करते हुए, पुलिस अधीक्षक ने लंबित कांडों का त्वरित निष्पादन करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि लंबित मामलों का जल्द से जल्द समाधान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि जिले में अपराधियों को बढ़ावा न मिल सके। इसके साथ ही, उन्होंने जांच में तेजी लाने और दोषियों को समय पर न्याय दिलाने की बात कही।
आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियाँ
बैठक में आगामी विधानसभा आम चुनावों को लेकर भी चर्चा की गई। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को मतदान केंद्रों का जायजा लेने और वहां की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, अंतरराज्यीय और अंतरजिला चेकपोस्टों पर सघन वाहन जांच चलाने का भी आदेश दिया गया, ताकि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चुनावों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि जिले में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
अपराध नियंत्रण के लिए ठोस रणनीति
बैठक के अंत में, पुलिस अधीक्षक ने अपराध नियंत्रण के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस बल को सतर्क रहने और जिले में हो रहे अपराधों पर कड़ी नजर रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग का मुख्य उद्देश्य जनता को सुरक्षा और न्याय प्रदान करना है, और इसके लिए सभी अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का पालन पूरी जिम्मेदारी से करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसकर्मियों को अपने थाना क्षेत्रों में सक्रिय रहकर अपराधों पर नियंत्रण रखना चाहिए। इसके लिए नियमित रूप से पेट्रोलिंग, संदिग्ध गतिविधियों की जांच, और जनता के साथ संवाद बनाए रखना आवश्यक है। इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को स्थानीय लोगों के साथ बेहतर संबंध बनाने और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से सुनने का सुझाव दिया।