पाकुड़। उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय परामर्श दात्री एवं जिला स्तरीय साख समिति की बैठक आयोजित की गई। यह बैठक समाहरणालय स्थित सभागार में हुई, जिसमें विभिन्न सरकारी योजनाओं की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने जिले में किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना, सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना और अन्य योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। इस बैठक में जिले के सभी बैंक प्रबंधक भी उपस्थित थे।
बैंकों की भूमिका पर जोर
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी बैंक प्रबंधकों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में बैंकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर दिया कि बैंक प्रबंधकों को योजनाओं के लक्ष्य और उनकी सफलता के प्रति गंभीर रहना चाहिए। उपायुक्त ने बैंक प्रबंधकों से यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी सरकारी योजनाओं के लाभ आम जनता तक पहुँचें और कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रहे।
वित्तीय वर्ष 2024-25 का लक्ष्य और प्रगति
बैठक में वार्षिक साख योजना की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2024-25 का लक्ष्य 1066 करोड़ निर्धारित किया गया है। प्रथम तिमाही में 344 करोड़ की राशि प्राप्त की गई है, जो कुल लक्ष्य का 32.26% है। इसके साथ ही जिले का सीडी रेशियो (क्रेडिट-डिपॉजिट अनुपात) 51.21% है। उपायुक्त ने बैंक प्रबंधकों से कहा कि वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा और प्रगति की गति को और तेज करना होगा।
किसान क्रेडिट कार्ड पर चर्चा
बैठक में किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने सभी बैंकों के प्रबंधकों को किसान क्रेडिट कार्ड के लंबित आवेदनों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को समय पर ऋण उपलब्ध कराना आवश्यक है, जिससे उन्हें खेती में सहायता मिल सके। उपायुक्त ने कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे सभी लंबित KCC आवेदनों को संबंधित बैंकों की शाखाओं में भेजें और यह सुनिश्चित करें कि इन आवेदनों का शीघ्र निपटारा हो।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) की समीक्षा
बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) की भी समीक्षा की गई। इस दौरान प्रखंड उद्यमी समन्वयक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में पाकुड़ जिले के लिए PMEGP योजना का लक्ष्य 50 आवेदन निर्धारित किया गया है। अब तक 88 आवेदन बैंकों को भेजे गए हैं, जिनमें से 19 लाभुकों को ऋण की स्वीकृति दी गई है, जबकि 29 आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया है। उपायुक्त ने बैंक प्रबंधकों से कहा कि वे PMEGP योजना के तहत लंबित आवेदनों की जल्द से जल्द समीक्षा करें और पात्र लाभुकों को ऋण उपलब्ध कराएं।
बैंकों को दिए गए विशेष निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने सभी बैंकों को निर्देश दिया कि वे सरकारी योजनाओं के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए विशेष प्रयास करें। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड, PMEGP योजना और अन्य योजनाओं में अधिक से अधिक किसानों और उद्यमियों को लाभान्वित किया जाए। उपायुक्त ने विशेष रूप से कहा कि बैंकिंग प्रक्रियाओं में पारदर्शिता होनी चाहिए और सभी आवेदनपत्रों का निपटारा समय पर किया जाए।
बैठक में प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण अधिकारी भी उपस्थित थे, जिनमें अनुमंडल पदाधिकारी श्री साईंमन मरांडी, आरबीआई प्रबंधक रोशन कुमार, डीडीएम नाबार्ड प्रेम कुमार, एलडीएम श्री धनेश्वर बेसरा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री राहुल कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. के.के. भारती और जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रमुख रूप से शामिल थे। इसके अलावा, जिले के विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधकों ने भी बैठक में भाग लिया।
सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर जोर
बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी उपस्थित अधिकारियों और बैंक प्रबंधकों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि बैंकों को योजनाओं के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए, ताकि जिले के नागरिकों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों और बैंक प्रबंधकों ने उपायुक्त के निर्देशों पर सहमति जताई और सरकार की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्धता दिखाई।