पाकुड़। श्री सत्य साईं बाबा के 100वें जन्म दिवस के अवसर पर युवाओं में प्रेम, एकता और खेल भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से श्री सत्य साईं नेशनल क्रिकेट लीग का आयोजन किया गया। इस लीग का नाम ‘यूनिटी कप‘ रखा गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं में प्रेम, सहयोग और भाईचारे की भावना का प्रसार करना है। बाबा का संदेश, “जीवन एक खेल है, खेलो“, इस आयोजन की प्रेरणा बना।
रानी ज्योतिर्मय स्टेडियम में मैच का आयोजन
यह विशेष क्रिकेट मैच रानी ज्योतिर्मय स्टेडियम में आयोजित किया गया, जहाँ सुबह 9 बजे ओमकारम, वेदा और भजन के कार्यक्रम के साथ शुरुआत हुई। इसके बाद जिला अध्यक्ष देवकांत ठाकुर ने सर्व धर्म झंडा फहराकर खेल का उद्घाटन किया। पाकुड़ और दुमका जिलों के साई युवा टीमों ने इस रोमांचक मैच में हिस्सा लिया। खेल की औपचारिक शुरुआत पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित करके की गई, जहाँ उन्होंने खिलाड़ियों का परिचय लिया और टॉस किया गया। टॉस में दुमका टीम ने जीत दर्ज की और पहले फील्डिंग का निर्णय लिया।
पहली पारी: पाकुड़ ने किया दमदार प्रदर्शन
पहली पारी में पाकुड़ साई XI ने 20 ओवरों में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 276/9 का विशाल स्कोर खड़ा किया। नीरज कुमार सरदार ने अपनी टीम के लिए 93 रनों की जबरदस्त पारी खेली, जिससे टीम एक मजबूत स्थिति में पहुंची। पाकुड़ की टीम ने तेज बल्लेबाजी करते हुए दुमका के गेंदबाजों को दबाव में रखा और हर ओवर में रन बटोरे। दुमका की टीम के गेंदबाजों ने कई प्रयास किए, लेकिन पाकुड़ के बल्लेबाजों ने लगातार आक्रामक रुख बनाए रखा।
दूसरी पारी: दुमका का संघर्ष
दूसरी पारी में दुमका साई XI ने भी पूरे दमखम के साथ लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया। हालांकि, दुमका के बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन पाकुड़ के गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी के आगे वे 231/9 पर ही सिमट गए। दुमका टीम के कई खिलाड़ियों ने रनों का योगदान दिया, लेकिन बड़े स्कोर का दबाव उनकी बल्लेबाजी पर भारी पड़ा।
पाकुड़ साई XI की 45 रनों से शानदार जीत
अंततः पाकुड़ साई XI ने 45 रनों की बड़ी जीत दर्ज की। इस जीत के साथ पाकुड़ की टीम ने न केवल यूनिटी कप का पहला मैच जीता, बल्कि प्रेम, एकता और खेल भावना का संदेश भी दिया। नीरज कुमार सरदार, जिन्होंने 93 रनों की पारी खेली, को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया।
सम्मान और पुरस्कार वितरण
मैच के समापन के बाद, सभी खिलाड़ियों को संगठन की ओर से एक-एक मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इस अवसर पर संगठन के ट्रस्टी राजीव पांडेय, राज्य सेवा समन्वयक रवि कुमार, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। खिलाड़ियों को उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया, विशेष रूप से नीरज कुमार सरदार की प्रशंसा की गई, जिन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी से टीम को जीत दिलाई।
खेल में प्रेम और एकता का महत्व
इस आयोजन का उद्देश्य न केवल एक क्रिकेट मैच था, बल्कि श्री सत्य साईं बाबा के संदेश को फैलाना भी था कि खेल जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। संगठन ने कहा कि इस लीग का मुख्य मकसद जीत-हार से अधिक प्रेम, एकता और खेल भावना को प्रोत्साहित करना है। यह आयोजन एक उदाहरण था कि कैसे खेल के माध्यम से समाज में प्रेम और सद्भावना का संदेश फैलाया जा सकता है।
आयोजन की सफलता और भविष्य की योजनाएँ
यह आयोजन पाकुड़ और दुमका जिलों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था। युवाओं ने खेल के माध्यम से प्रेम, अनुशासन और एकता की भावना को आत्मसात किया। भविष्य में इस तरह के और भी आयोजनों की योजना बनाई जा रही है, ताकि श्री सत्य साईं बाबा के संदेश को और अधिक लोगों तक पहुँचाया जा सके।
श्री सत्य साईं बाबा के 100वें जन्मदिवस के इस विशेष आयोजन ने यह साबित किया कि खेल के माध्यम से समाज में प्रेम, भाईचारे और एकता का प्रसार किया जा सकता है। पाकुड़ साई XI की शानदार जीत और दुमका साई XI की संघर्षपूर्ण पारी ने इस आयोजन को यादगार बना दिया। इस तरह के आयोजनों से न केवल खेल का महत्व बढ़ेगा, बल्कि युवाओं में सकारात्मकता और समाज में एकजुटता का संदेश भी प्रबल होगा।