पाकुड़। के.के.एम. कॉलेज के एन.एस.एस. यूनिट 2, 3, और 4 द्वारा राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर महाविद्यालय परिसर में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. शकुंतला कुमारी मुंडा ने की। कार्यक्रम में एन.एस.एस. के सभी छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और रक्तदान के महत्व को समझने का प्रयास किया।
डॉ. जुगल झा ने रक्तदान के महत्व पर किया विस्तृत व्याख्यान
कार्यक्रम में वर्तमान प्रभारी प्राचार्य डॉ. जुगल झा ने रक्तदान के फायदे और इसके महत्व पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने एन.एस.एस. (नेशनल सर्विस स्कीम) के उद्देश्यों को समझाते हुए बताया कि कैसे स्वैच्छिक रक्तदान समाज के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने रक्तदान के द्वारा समाज में जानें बचाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला और विद्यार्थियों को नियमित रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. शिवप्रसाद लोहारा ने बताया रक्तदान के लाभ और आवश्यकता
इसके बाद, पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ. शिवप्रसाद लोहारा ने मंच संभाला और रक्तदान से संबंधित विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि रक्तदान कैसे मानव जीवन बचाने में मदद करता है और इसके क्या फायदे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रक्तदान से किसी तरह की हानि नहीं होती, बल्कि यह रक्तदाता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। इसके साथ ही, उन्होंने रक्त की सुलभ उपलब्धता और इसके महत्व पर भी चर्चा की।
विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान
कार्यक्रम के अगले चरण में, विद्यार्थियों के प्रश्नों को सुना गया और उनकी रक्तदान संबंधी शंकाओं का समाधान किया गया। विद्यार्थियों ने रक्तदान से जुड़ी कई शंकाएं और सवाल पूछे, जिन्हें कार्यक्रम में मौजूद विशेषज्ञों ने बारीकी से समझाया। इस सेशन के बाद छात्र-छात्राओं के मन में रक्तदान को लेकर जागरूकता और स्पष्टता बढ़ी।
महाविद्यालय के प्राध्यापक और अन्य सदस्य भी रहे उपस्थित
इस कार्यक्रम में के.के.एम. कॉलेज के प्रमुख प्राध्यापकगण भी उपस्थित थे। इनमें डॉ. समर कुमार सिंह, डॉ. अजय कुमार दास, प्रोफेसर धर्मेंद्र सोरेन, प्रोफेसर माया सिंहा, डॉ. स्वीटी मरांडी, प्रोफेसर डॉ. नीलम कुमारी, प्रोफेसर अंशु कुमारी, और डॉ. जोयना मरांडी शामिल थे। साथ ही, प्रधान सहायक नीरज कुमार और अन्य महाविद्यालय कर्मचारी भी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का हिस्सा बने।
रक्तदान जागरूकता कार्यक्रम ने विद्यार्थियों को किया प्रेरित
इस जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से महाविद्यालय के विद्यार्थियों को रक्तदान के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी मिली और उन्हें प्रेरित किया गया कि वे भी समाज सेवा के इस महत्वपूर्ण कार्य में भाग लें। एन.एस.एस. की यह पहल छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक प्रभावी कदम साबित हुई, जिससे भविष्य में और भी अधिक युवा नियमित रूप से रक्तदान करने के लिए प्रेरित होंगे।
इस आयोजन ने महाविद्यालय में स्वैच्छिक रक्तदान को लेकर एक नई जागरूकता पैदा की, जिससे भविष्य में रक्त की कमी से होने वाली समस्याओं का समाधान मिल सकेगा।