पाकुड़। राज +2 विद्यालय और पॉलिटेक्निक कॉलेज में गुरुवार को विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के सफल संचालन के लिए पीठासीन पदाधिकारियों का व्यापक प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार की देखरेख में किया गया। मौके पर प्रशिक्षण कोषांग के सहयोगी पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण सत्र का निरीक्षण
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने पाकुड़ राज +2 विद्यालय में चल रहे प्रशिक्षण सत्र का क्रमवार निरीक्षण किया। इस दौरान 807 पीठासीन पदाधिकारी राज +2 विद्यालय में और 410 पीठासीन पदाधिकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे, कुल मिलाकर 1217 पीठासीन पदाधिकारी प्रशिक्षण में शामिल हुए।
पीठासीन पदाधिकारियों का महत्वपूर्ण रोल
प्रशिक्षण के दौरान पीठासीन पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा गया कि निर्वाचन कार्य में पीठासीन पदाधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। पीओ (Presiding Officer) को एक टीम लीडर के रूप में कार्य करना होता है, जिसमें पी वन, पी टू और पी थ्री के साथ समन्वय बनाकर काम करना आवश्यक है। लोकतंत्र के महापर्व में सभी को पूरे उत्साह के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना है।
हैंडबुक का महत्व
निर्वाचन आयोग द्वारा पीठासीन पदाधिकारियों के लिए जारी हैंडबुक (मैनुअल) का अध्ययन करने का निर्देश दिया गया। हैंडबुक में निर्वाचन संबंधी सभी सवालों के उत्तर दिए गए हैं, जिससे कार्य के दौरान किसी भी प्रकार की चूक न हो। पीठासीन पदाधिकारियों को अपने दायित्वों और जिम्मेदारियों को समझकर आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करने की बात कही गई।
ईवीएम और वीवीपैट का विस्तृत प्रशिक्षण
प्रशिक्षण में पीठासीन पदाधिकारियों को ईलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वैरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रैल (वीवीपैट) के संचालन का विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों ने उन्हें कंट्रोल यूनिट (सीयू), बैलेट यूनिट (बीयू) और वीवीपैट को जोड़ने और इनका संचालन करने की प्रक्रिया सिखाई। साथ ही मॉक पोल, पेपर सिलिंग आदि के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई, ताकि मतदान प्रक्रिया में किसी भी तरह की त्रुटि न हो।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से पीठासीन पदाधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों और निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न तकनीकी पहलुओं से अवगत कराया गया। विधानसभा आम निर्वाचन 2024 की सफलता के लिए इन प्रशिक्षित पदाधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, और उन्हें अपने कार्य को आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप निभाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।