पाकुड़। विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के तहत तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान की तिथि 20 नवंबर 2024 निर्धारित की गई है। इस अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी मनीष कुमार के निर्देशानुसार स्वीप कोषांग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं को मताधिकार के प्रयोग के प्रति जागरूक किया जा सके। गुरुवार को इसी क्रम में जिलें के मतदाताओं को मतदान के महत्व को समझाने के लिए तीन जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर विशेष जोर
उपायुक्त मनीष कुमार ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जिन मतदान केंद्रों पर सबसे कम मतदान हुआ था, वहां इस बार जागरूकता वैन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। इन वैन के जरिए मतदाताओं को मतदान का महत्व समझाया जाएगा और उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह प्रयास कम मतदान वाले क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
समाहरणालय परिसर में वॉल स्वीप कैलेंडर का लांच
उपायुक्त ने समाहरणालय परिसर में एक और महत्वपूर्ण पहल की, जिसमें उन्होंने वॉल स्वीप कैलेंडर का लांच किया। इस कैलेंडर के जरिए लोगों को मतदान के प्रति प्रेरित किया जाएगा और यह उन्हें मतदान की तिथियों और महत्वपूर्ण जानकारी की याद दिलाएगा।
मजबूत लोकतंत्र के लिए हर वोट महत्वपूर्ण
उपायुक्त ने कहा कि एक मजबूत लोकतंत्र के लिए हर एक वोट का महत्व होता है। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करें और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में प्रत्येक मतदाता की भागीदारी जरूरी है, ताकि लोकतंत्र और अधिक मजबूत हो सके।
पहली बार मतदान करने वालों के लिए विशेष संदेश
उपायुक्त ने विशेष रूप से पहली बार मतदान करने वाले युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें 18 वर्ष की आयु के बाद पहली बार मतदान करने का मौका मिला है, जिसे वे न चूकें। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लें और अपने देश के भविष्य निर्माण में योगदान दें।
निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने की दिशा में प्रयास
इन जागरूकता कार्यक्रमों का उद्देश्य मतदाताओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि किसी भी प्रकार के प्रलोभन या दबाव से मुक्त होकर नैतिक रूप से मतदान करना जरूरी है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर व्यक्ति निर्वाचन प्रक्रिया में भाग ले और लोकतंत्र की मजबूती में योगदान करे।