पाकुड़। विधानसभा आम चुनाव 2024 के अंतर्गत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त व्यय प्रेक्षक संजय नारगस (आईआरएस) की अध्यक्षता में बुधवार को सूचना भवन सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वॉड टीम) और एसएसटी (स्थैतिक निगरानी टीम) के सदस्यों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य चुनाव के दौरान होने वाली वित्तीय अनियमितताओं पर नजर रखना और उनके प्रभावी नियंत्रण के लिए तैयारियों की समीक्षा करना था।
एफएसटी और एसएसटी टीमों को दिए गए दिशा-निर्देश
व्यय प्रेक्षक ने एफएसटी और एसएसटी टीमों के सदस्यों से उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी टीमों को ईमानदारी और सतर्कता के साथ अपने कार्यों का निष्पादन करना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिस क्षेत्र में उनकी ड्यूटी लगी है, वहां पर आने-जाने वाले सभी वाहनों पर कड़ी नजर रखें। चुनाव के दौरान अंतर्राज्यीय चेकपोस्ट पर विशेष निगरानी की आवश्यकता बताई गई, क्योंकि इस समय संदिग्ध गतिविधियों की संभावना अधिक होती है।
वीआईपी वाहनों और एंबुलेंस पर भी निगरानी
प्रेक्षक ने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव के दौरान किसी भी वाहन को बिना चेक किए नहीं जाने दिया जाएगा, चाहे वह वीआईपी का वाहन हो या सरकारी एंबुलेंस। सभी वाहनों की पूरी जांच की जाएगी ताकि चुनाव में अवैध गतिविधियों को रोका जा सके। इसके अतिरिक्त, हर एफएसटी और एसएसटी टीम के साथ एक वीडियोग्राफर होना अनिवार्य है ताकि सभी गतिविधियों की रिकॉर्डिंग की जा सके।
चुनावी खर्च पर विशेष निगरानी
प्रेक्षक ने चुनाव के दौरान उम्मीदवारों से संबंधित किसी भी प्रकार के आर्थिक खर्च पर निगरानी रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टीम के हर सदस्य को पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता को रोका जा सके।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी का मार्गदर्शन
बैठक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी मनीष कुमार ने भी एफएसटी और एसएसटी टीमों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि टीम के सभी सदस्यों को आपस में सहयोग करना चाहिए और जहां भी संदिग्ध गतिविधियों की संभावना हो, वहां विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए, जहां चुनाव के दौरान अवैध गतिविधियों की संभावना हो सकती है।
मीडिया कोषांग और एमसीएमसी का निरीक्षण
व्यय प्रेक्षक और जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिंग कमिटी) और मीडिया कोषांग का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने पेड न्यूज पर विशेष ध्यान देते हुए रोस्टरवार पंजी की जांच की और टीमों को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए।
अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारियों का पालन
व्यय प्रेक्षक ने अधिकारियों को उनके दायित्वों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने सभी को निर्देश दिया कि चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएं। पेड न्यूज की निगरानी में लगे कर्मियों को भी पूरी तत्परता से काम करने की हिदायत दी गई।
इस बैठक ने चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जहां सभी टीमों को जिम्मेदारियों का बोध कराया गया और अनियमितताओं पर नियंत्रण की योजना बनाई गई।