पाकुड़। झालसा रांची के निर्देशानुसार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पाकुड़ ने पीएलवी (पैरा लीगल वॉलिंटियर्स) प्रशिक्षण सह ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष शेष नाथ सिंह के निर्देशन में और सचिव अजय कुमार गुड़िया के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य पीएलवी के कार्यों की समीक्षा करना, उन्हें कानूनी ज्ञान प्रदान करना और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को समझाना था।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
पीएलवी का कार्य कानूनी सहायता और जागरूकता फैलाना है, जो न्याय के अधिकारों की जानकारी प्रदान करता है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कानून के विभिन्न पहलुओं को समझाना था, ताकि पीएलवी ग्रामीण क्षेत्रों में कानूनी सहायता प्रदान कर सकें। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि कैसे वे समाज में छोटे-छोटे कानूनी विवादों का समाधान कर सकते हैं और सरकारी योजनाओं के लाभ को जरूरतमंद लोगों तक पहुँचा सकते हैं।
कार्य की समीक्षा
कार्यक्रम की शुरुआत में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के चीफ सुबोध कुमार दफादार, डिप्टी चीफ मो. नुकुमुद्दिन शेख, सहायक गंगाराम टुडू और अजफ़र हुसैन विश्वास ने पीएलवी की कार्यप्रणाली की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि कैसे कानूनी सहायता के माध्यम से लोगों की समस्याओं को हल किया जा सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पीएलवी को अपने कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी बरतनी चाहिए।
कानूनी जानकारी का प्रसार
इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी पैरा लीगल वॉलिंटियर्स को विभिन्न कानूनों, जैसे कि संविधान, मानवाधिकार, और नालसा की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। पीएलवी को बताया गया कि कैसे वे ग्रामीण इलाकों में कानूनी जागरूकता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, उन्हें बताया गया कि नालसा की योजनाएं जैसे मुफ्त कानूनी सहायता, मध्यस्थता, और विधिक सेवा के अन्य पहलुओं का कैसे उपयोग किया जा सकता है।
सरकारी योजनाओं से जुड़ाव
लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के चीफ सुबोध कुमार दफादार ने पीएलवी को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी, जिससे वे जरूरतमंद लोगों को इन योजनाओं का लाभ दिला सकें। उन्होंने कहा कि “हमारे पास बहुत सारी योजनाएँ हैं, लेकिन जरूरतमंदों तक उनका लाभ पहुँचाना हमारी जिम्मेदारी है।” इसके लिए उन्होंने पीएलवी से अपील की कि वे दूर-दराज के गाँवों तक पहुँचें और लोगों को जागरूक करें।
सक्रिय सहभागिता
कार्यक्रम में पीएलवी की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली। उपस्थित सभी पीएलवी ने अपने अनुभव साझा किए और यह बताया कि किस प्रकार वे अपने क्षेत्रों में कानून से संबंधित समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए यह सुनिश्चित किया कि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करेंगे।
समापन और भविष्य की योजनाएँ
कार्यक्रम का समापन करते हुए, डिप्टी चीफ मो. नुकुमुद्दिन शेख ने सभी उपस्थित पीएलवी को उनके कार्य के लिए सराहा। उन्होंने कहा कि “आपका कार्य न केवल कानूनी सहायता प्रदान करना है, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाना भी है। हमें मिलकर काम करना होगा ताकि हर नागरिक को उसके अधिकारों का ज्ञान हो।”
भविष्य में पीएलवी के लिए और भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना है, ताकि उन्हें कानूनी क्षेत्र में और अधिक दक्षता हासिल हो सके। इस प्रकार, यह कार्यक्रम न केवल पीएलवी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था, बल्कि यह समाज में कानूनी सहायता और जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी था।
पीएलवी की व्यापक उपस्थिति
इस कार्यक्रम में पीएलवी कमला राय गांगुली, पिंकी मंडल, सीमा साह, ज्योति कुमारी, मैनुल शेख, मो. सायेम अली, मोकमाउल शेख, याकूब अली, एजारुल शेख, खुदु राजवंशी, चंद्र शेखर घोष, चंदन रविदास, उत्पल मंडल, जयंती कुमारी, प्रियंका मुर्मू, रानी साहा, नीरज कुमार राउत समेत अन्य पीएलवी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने पैरा लीगल वॉलिंटियर्स को सशक्त बनाने और उनके कार्य को और प्रभावी बनाने की दिशा में कदम उठाया, जिससे वे समाज में कानूनी सहायता और जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।