पाकुड़। आगामी विधानसभा आम चुनाव 2024 के मद्देनजर समाहरणालय स्थित एनआईसी सभागार में दूसरे रेंडमाइजेशन का आयोजन किया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त लिट्टीपाड़ा विधानसभा के सामान्य प्रेक्षक जितेंद्र कुमार शुक्ला, पाकुड़ विधानसभा के सामान्य प्रेक्षक युगल किशोर पंत, और महेशपुर विधानसभा के सामान्य प्रेक्षक शंभुगा सुंदरम की उपस्थिति में यह प्रक्रिया पूरी की गई।
मतदान कर्मियों का दूसरा रेंडमाइजेशन
इस रेंडमाइजेशन प्रक्रिया के दौरान निर्वाचन आयोग के विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान दल बनाए गए। इस प्रक्रिया के तहत रेंडमाइजेशन कराते हुए विधानसभा क्षेत्रों के अनुसार मतदान कर्मियों का चयन किया गया। रेंडमाइजेशन प्रक्रिया का यह दूसरा चरण था, जिसमें मतदान दलों का गठन किया गया।
प्रथम रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया
इससे पहले, पहले रेंडमाइजेशन के दौरान उन सभी कर्मचारियों का चयन किया गया था, जो चुनाव कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। पहले चरण में इन कर्मियों को चयनित कर मतदान दलों का आधार तैयार किया गया था, जिससे अब दूसरे चरण में सभी विधानसभा क्षेत्रों के मतदान दलों का गठन संभव हुआ।
1014 मतदान केंद्रों के लिए दलों का गठन
जिले के कुल 1014 मतदान केंद्रों के लिए विधानसभावार मतदान दल गठित किए गए हैं। इन दलों का गठन करते समय हर मतदान केंद्र के लिए आवश्यक संख्या में कर्मचारियों को शामिल किया गया है ताकि चुनाव प्रक्रिया सुनियोजित और संपूर्ण हो सके। यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर उपयुक्त और प्रशिक्षित कर्मचारी मौजूद हों, निर्वाचन आयोग ने इस बार रेंडमाइजेशन प्रक्रिया में गहन ध्यान रखा है।
तीसरे रेंडमाइजेशन में मतदान केंद्र निर्धारित होंगे
दूसरे रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया के बाद अब तीसरे रेंडमाइजेशन में प्रत्येक मतदान दल के लिए मतदान केंद्र निर्धारित किए जाएंगे। इस प्रक्रिया के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी मतदान दल सही स्थानों पर तैनात हों और चुनावी प्रक्रिया में किसी प्रकार की समस्या न हो। इस चरण के बाद ही चुनाव के लिए अंतिम तैयारियां शुरू हो सकेंगी, जिससे मतदान दिवस पर सुरक्षित और सुचारू मतदान संभव हो सके।
अधिकारी व कर्मियों की उपस्थिति
इस आयोजन के दौरान जिला प्रशासन के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इनमें उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता सह निर्वाची पदाधिकारी पाकुड़, अनुमंडल पदाधिकारी सह निर्वाची पदाधिकारी लिट्टीपाड़ा, भूमि सुधार उप समाहर्ता सह निर्वाची पदाधिकारी महेशपुर, उप निर्वाचन पदाधिकारी, और जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी सहित संबंधित विभाग और कोषांग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। इन अधिकारियों ने रेंडमाइजेशन की पूरी प्रक्रिया को गहनता से देखा और आवश्यक मार्गदर्शन दिया।
निर्वाचन आयोग की विशेष तैयारी
चुनाव प्रक्रिया को सुचारू और निष्पक्ष तरीके से पूरा करने के लिए निर्वाचन आयोग ने प्रौद्योगिकी और सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हुए विभिन्न चरणों में रेंडमाइजेशन की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी मतदान दलों का गठन निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो। चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक चरण में उच्च स्तर की पारदर्शिता और विवेकशीलता का पालन हो।
दूसरे रेंडमाइजेशन के सफल समापन के बाद अब तीसरे रेंडमाइजेशन की तैयारी शुरू हो चुकी है, जिसमें मतदान दलों के लिए मतदान केंद्रों का आवंटन किया जाएगा। यह प्रक्रिया आगामी विधानसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण है और इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि मतदान का आयोजन निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, और प्रभावी तरीके से किया जा सके।