पाकुड़। विधानसभा आम चुनाव 2024 के तहत पाकुड़ जिले में 1014 मतदान केंद्रों के लिए सोमवार को मतदान कर्मियों का बूथ टैगिंग और माइक्रो ऑब्जर्वर का अंतिम रैंडमाइजेशन सफलतापूर्वक पूरा किया गया। यह प्रक्रिया निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई।
अधिकारियों की उपस्थिति में प्रक्रिया संपन्न
रैंडमाइजेशन प्रक्रिया में सामान्य प्रेक्षक युगल किशोर पंत, महेशपुर के सामान्य प्रेक्षक ए. शंभुगा सुंदरम, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त मनीष कुमार, और उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया उपस्थित रहे। इन वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे रैंडमाइजेशन की निगरानी की और सुनिश्चित किया कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष और सटीक ढंग से पूरी हो।
मतदान कर्मियों की बूथ टैगिंग
1014 मतदान केंद्रों के लिए मतदान कर्मियों को बूथों के साथ टैग किया गया। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि मतदान कर्मी अपने निर्धारित मतदान केंद्रों पर तैनात रहें। प्रत्येक मतदान केंद्र पर सही मतदान कर्मी तैनात करने के लिए रैंडमाइजेशन का सहारा लिया गया, ताकि किसी भी प्रकार की पक्षपातपूर्ण स्थिति से बचा जा सके।
माइक्रो ऑब्जर्वर की तैनाती
माइक्रो ऑब्जर्वर की अंतिम रैंडमाइजेशन प्रक्रिया भी इस दौरान पूरी की गई। माइक्रो ऑब्जर्वर, मतदान प्रक्रिया पर बारीकी से नजर रखने वाले अधिकारी होते हैं। उनकी नियुक्ति और तैनाती का यह चरण निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
निर्वाचन की पारदर्शिता सुनिश्चित
पाकुड़ जिला प्रशासन ने इस प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल तकनीक और उन्नत प्रणाली का उपयोग किया। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि रैंडमाइजेशन में किसी भी प्रकार की त्रुटि या अनियमितता न हो। इस कदम से मतदाताओं के बीच विश्वास बढ़ाने और मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने में मदद मिलेगी।
अगले चरण की तैयारियां पूरी
इस प्रक्रिया के सफल समापन के बाद पाकुड़ जिला प्रशासन चुनाव के अगले चरण की तैयारियों में जुट गया है। मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टियों और माइक्रो ऑब्जर्वरों की तैनाती की सूची तैयार की जा चुकी है, जिससे 20 नवंबर को होने वाले मतदान को सुचारू और निर्बाध रूप से संपन्न कराया जा सके।