पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) रांची के निर्देशानुसार 14 दिसंबर 2024 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के उद्देश्य से पाकुड़ में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) पाकुड़, शेष नाथ सिंह ने की।
बैठक के मुख्य बिंदु
- एमएसीटी मामलों पर चर्चा
बैठक में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण (एमएसीटी) से संबंधित मामलों के निपटारे को प्राथमिकता दी गई। इंश्योरेंस कंपनियों के अधिवक्ताओं और वादी पक्ष के अधिवक्ताओं के साथ इन मामलों को लोक अदालत में अधिक से अधिक निपटाने पर चर्चा हुई। - निर्देश और रणनीति
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने एमएसीटी मामलों के त्वरित निपटारे के लिए अहम दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने संबंधित पक्षों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि अधिक से अधिक मामले लोक अदालत में निपटें और पक्षकारों को त्वरित न्याय मिले। - उपस्थित अधिकारी और अधिवक्ता
बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के सचिव अजय कुमार गुड़िया, इंश्योरेंस कंपनियों के अधिवक्ता, वादी पक्ष के अधिवक्ता और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्देश्य
राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्देश्य मामलों को अदालत के बाहर सुलह-समझौते के आधार पर हल करना है। इससे समय और संसाधनों की बचत होती है और पक्षकारों को त्वरित न्याय मिलता है। आगामी लोक अदालत में विशेष रूप से एमएसीटी मामलों, वैवाहिक विवाद, धन वसूली, और अन्य दीवानी और आपराधिक मामलों को प्राथमिकता दी जाएगी।
पाकुड़ में आयोजित यह बैठक लोक अदालत की तैयारी को लेकर प्रशासन और न्याय प्रणाली की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह पहल न केवल न्याय प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाएगी, बल्कि आम नागरिकों को त्वरित और सुलभ न्याय प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।