पाकुड़। एलिट पब्लिक स्कूल में संविधान दिवस बड़े उत्साह और देशभक्ति के साथ मनाया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों को भारतीय संविधान के महत्व और देश के लोकतंत्र को सशक्त बनाने में इसकी भूमिका के प्रति शिक्षित और संवेदनशील बनाना था। संविधान दिवस के इस अवसर पर स्कूल में विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिन्होंने छात्रों को संविधान के आदर्शों को समझने और अपनाने के लिए प्रेरित किया।
संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षकों द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ से हुई। इस पाठ में विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्रों ने संविधान के मौलिक सिद्धांतों, जैसे न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता को अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रतिबद्धता दिखाई। इस पाठ ने न केवल छात्रों में संविधान के प्रति सम्मान उत्पन्न किया, बल्कि इसके सिद्धांतों को समझने का भी अवसर प्रदान किया।
शपथ ग्रहण समारोह
संविधान दिवस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शपथ ग्रहण समारोह था। इस दौरान छात्रों और शिक्षकों ने भारतीय संविधान के मूल्यों और सिद्धांतों को बनाए रखने का संकल्प लिया। शपथ में संविधान का सम्मान करने, राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देने, और सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने का वादा किया गया। इस समारोह ने सभी उपस्थितों को संविधान की अहमियत और उसके आदर्शों को अपने जीवन में लागू करने के लिए प्रेरित किया।
भाषण और चर्चा सत्र
कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों ने संविधान के महत्व, इसके इतिहास, और भारतीय समाज पर इसके प्रभाव पर विस्तृत भाषण दिए। इन सत्रों में संविधान के विभिन्न प्रावधानों और उनके दैनिक जीवन में उपयोगिता पर चर्चा हुई। भाषणों के माध्यम से छात्रों ने संविधान के प्रति अपनी गहरी समझ और जागरूकता का प्रदर्शन किया। इन गतिविधियों का उद्देश्य संविधान के प्रति छात्रों में एक मजबूत और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना था।
संविधान की प्रासंगिकता पर सत्र
इस अवसर पर आयोजित सत्रों में छात्रों को यह समझाने का प्रयास किया गया कि संविधान न केवल एक कानूनी दस्तावेज है, बल्कि यह नैतिक और सामाजिक मूल्यों का भी संरक्षक है। इन सत्रों के माध्यम से छात्रों को यह सिखाया गया कि संविधान की भावना को आत्मसात करके समाज में समानता, न्याय और बंधुता को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है।
महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों की उपस्थिति
कार्यक्रम में स्कूल के निर्देशक अरविंद साह, सह निर्देशक अनुपम आनंद, प्रधानाचार्य अभिजित रॉय, और सभी शिक्षक उपस्थित थे। प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में संविधान की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय संविधान न केवल देश के लोकतांत्रिक ढाँचे का आधार है, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक को उसके अधिकारों और कर्तव्यों की याद दिलाता है। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को अपने देश के प्रति कर्तव्यपालन के लिए प्रेरित किया।
संविधान की महत्ता पर प्रधानाचार्य का संदेश
प्रधानाचार्य अभिजित रॉय ने अपने उद्बोधन में कहा कि संविधान के आदर्शों को आत्मसात करना हर भारतीय नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे संविधान में उल्लिखित मूल्यों, जैसे समानता, स्वतंत्रता और न्याय को अपने जीवन में अपनाएँ। साथ ही, उन्होंने सभी को राष्ट्रीय एकता और भाईचारे को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।
छात्रों के बीच देशभक्ति और जिम्मेदारी की भावना
कार्यक्रम का एक मुख्य उद्देश्य छात्रों में देशभक्ति और जिम्मेदारी की भावना का विकास करना था। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को यह सिखाया गया कि वे संविधान के आदर्शों के प्रति जागरूक रहें और समाज में सकारात्मक योगदान दें। छात्रों ने इस अवसर पर अपनी सक्रिय भागीदारी से यह साबित कर दिया कि वे अपने कर्तव्यों के प्रति सजग हैं।
संविधान दिवस की व्यापकता
एलिट पब्लिक स्कूल का यह आयोजन न केवल एक औपचारिक कार्यक्रम था, बल्कि यह छात्रों और शिक्षकों के लिए संविधान की भावना को समझने और अपनाने का अवसर भी था। इस आयोजन ने यह सुनिश्चित किया कि संविधान के सिद्धांत केवल पढ़ाई तक सीमित न रहें, बल्कि उनके आदर्श व्यवहार में भी उतारे जाएँ।
समापन और प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थितों के लिए एक प्रेरणादायक संदेश के साथ हुआ। प्रधानाचार्य और शिक्षकों ने सभी को संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया। यह कार्यक्रम छात्रों और शिक्षकों के लिए न केवल ज्ञानवर्धक था, बल्कि यह उनके जीवन में संविधान की भूमिका को गहराई से समझने का भी अवसर बना।