पाकुड़। जिला पंचायत राज कार्यालय में जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में पंचायती राज विभाग से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में संबंधित प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, प्रखंड समन्वयक, पंचायत राज स्वशासन परिषद के प्रतिनिधि और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पंचायत सचिवालय भवन की स्थिति और सुविधाएँ
बैठक में पंचायत सचिवालय भवनों की वर्तमान स्थिति और इनमें उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया गया। जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने सचिवालयों को सुदृढ़ करने और इनमें आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
15वें वित्त आयोग के तहत व्यय की समीक्षा
बैठक के दौरान 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत पंचायत समिति और ग्राम पंचायत स्तर पर किए गए व्यय की स्थिति की समीक्षा की गई। व्यय में पारदर्शिता और समय पर उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने पर जोर दिया गया।
पंचायत सचिवालय सुदृढ़ीकरण योजना पर चर्चा
पंचायत सचिवालय सुदृढ़ीकरण योजना के तहत किए गए व्यय की स्थिति पर भी चर्चा की गई। यह योजना पंचायतों को आत्मनिर्भर और संसाधन संपन्न बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
पंचायत ज्ञान केंद्र और प्रखंड पंचायत संसाधन केंद्र की स्थिति
बैठक में पंचायत ज्ञान केंद्र और प्रखंड पंचायत संसाधन केंद्र की स्थिति पर चर्चा की गई। इन केंद्रों को पंचायत स्तर पर सूचना और प्रशिक्षण का मुख्य माध्यम माना जाता है। अधिकारियों ने केंद्रों की स्थिति सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाने का प्रस्ताव दिया।
डिजिटल पंचायत योजना का क्रियान्वयन
डिजिटल पंचायत योजना पर चर्चा करते हुए जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने कहा कि पंचायतों को डिजिटल तकनीक से जोड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। पंचायत स्तर पर डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।
पंचायत स्वयंसेवकों और रोस्टर अनुपालन की स्थिति
बैठक में पंचायत स्वयंसेवकों के कार्यों की समीक्षा की गई। प्रखंडवार प्रतिवेदन की स्थिति का भी विश्लेषण किया गया। इसके अलावा, पंचायत स्तरीय कर्मियों के रोस्टर अनुपालन पर चर्चा करते हुए सुनिश्चित किया गया कि सभी कर्मी समय पर अपने दायित्वों का पालन करें।
ग्राम पंचायत समन्वय समिति की बैठकें
ग्राम पंचायत समन्वय समिति की नियमित बैठकों की स्थिति की समीक्षा की गई। यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने पर बल दिया गया कि समितियों की बैठकें नियमित रूप से आयोजित हों और पंचायत विकास से संबंधित निर्णय प्रभावी तरीके से लिए जाएँ।
बायोमैट्रिक उपस्थिति की स्थिति
पंचायत स्तर पर बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली के क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि उपस्थिति प्रणाली को प्रभावी रूप से लागू किया जाए ताकि कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित हो सके।
जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत की स्थिति
बैठक में पंचायत स्तर पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने की स्थिति की समीक्षा की गई। यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि प्रमाण पत्र निर्गत प्रक्रिया में पारदर्शिता और सरलता हो।
योजनाओं के उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने की समीक्षा
प्रखंड और ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत प्राप्त राशि के उपयोगिता प्रमाण पत्रों की स्थिति पर चर्चा की गई। सभी पंचायतों को समय पर उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने के निर्देश दिए गए।
डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग
निर्वाचित जनप्रतिनिधियों द्वारा डिजिटल सिग्नेचर के उपयोग की समीक्षा भी बैठक का एक महत्वपूर्ण बिंदु रहा। जनप्रतिनिधियों को डिजिटल सिग्नेचर का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित करने का सुझाव दिया गया।
अन्य मुद्दों पर भी चर्चा
बैठक में विभाग से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि पंचायतों में विकास कार्यों को तेज गति से आगे बढ़ाया जाए और योजनाओं का क्रियान्वयन समय पर हो।
इस समीक्षा बैठक के माध्यम से पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं और गतिविधियों की गहन समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि पंचायत स्तर पर विकास कार्यों में पारदर्शिता और कुशलता सुनिश्चित की जाए। यह बैठक पंचायती राज व्यवस्था को अधिक प्रभावी और जवाबदेह बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।