पाकुड़। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने देश को बाल विवाह मुक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में एक भव्य समारोह में ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान का शुभारंभ किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय मंत्री ने किया। समारोह को वेब-कास्टिंग के माध्यम से देशभर के संबंधित पदाधिकारियों और विभागों से जोड़ा गया, जिससे कार्यक्रम को व्यापक पहुंच मिली।
समाहरणालय पाकुड़ में शपथ ग्रहण समारोह
केंद्र के निर्देशों के आलोक में, समाहरणालय पाकुड़ में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने की। इस दौरान उन्होंने बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई। यह शपथ एक सामाजिक कुरीति के खिलाफ जनजागरूकता का प्रतीक बनी।
बाल संरक्षण इकाई और अन्य विभागों की भागीदारी
समारोह में जिला बाल संरक्षण इकाई, समाज कल्याण शाखा, और सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। इसके अलावा, चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मी और बाल संरक्षण के मुद्दों पर कार्यरत विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने। इनकी सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ग्रामीणों और अन्य हितधारकों की सक्रिय भागीदारी
पाकुड़ जिले में गांव-गांव में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। पंचायत प्रतिनिधियों, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, और बाल विवाह निषेध अधिकारियों (सीएमपीओ) ने सक्रिय भूमिका निभाई। सभी ने एक सुर में बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली और इस सामाजिक बुराई को खत्म करने का संकल्प लिया।
राष्ट्रीय पोर्टल का शुभारंभ
इस कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह की सूचना और शिकायत के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल भी शुरू किया गया। यह पोर्टल बाल विवाह रोकने और शिकायत दर्ज कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस पहल से शिकायतों के निवारण में पारदर्शिता और गति सुनिश्चित होगी।
बाल विवाह रोकने की दिशा में जनजागरूकता
‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान का उद्देश्य केवल एक औपचारिक पहल नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से समाज में जनजागरूकता फैलाना है। कार्यक्रमों में भाग लेने वाले ग्रामीणों, महिलाओं, और युवाओं ने बाल विवाह के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जाना और इसे रोकने का संकल्प लिया।
बेहतर समाज की ओर कदम
‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान भारत सरकार का एक साहसिक कदम है, जो समाज को इस कुरीति से मुक्त कराने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। राष्ट्रीय पोर्टल और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार का उद्देश्य न केवल बाल विवाह को रोकना है, बल्कि बालकों के शिक्षा, स्वास्थ्य, और मानसिक विकास को सुरक्षित करना भी है। यह अभियान समाज को एक नई दिशा देने में मील का पत्थर साबित होगा।