पाकुड़। उपायुक्त मनीष कुमार ने जिले के उन शिक्षकों के साथ विशेष समीक्षात्मक बैठक की, जिनकी ई-विद्या वाहिनी में उपस्थिति तो दर्ज की गई थी, लेकिन उनके लोकेशन डेटा से पता चला कि यह उपस्थिति विद्यालय परिसर से 100 मीटर की दूरी पर बनाई गई थी। यह बैठक समाहरणालय स्थित सभागार में आयोजित की गई, जहां शिक्षकों से इस समस्या के संभावित कारणों और उनके समाधान पर चर्चा की गई।
नेटवर्क समस्या के समाधान के लिए निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने निर्देश दिया कि यदि किसी विद्यालय में नेटवर्क समस्या के कारण शिक्षक अपनी उपस्थिति विद्यालय परिसर में दर्ज नहीं कर पा रहे हैं, तो इसका अविलंब समाधान कराया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उपस्थिति दर्ज करने की प्रक्रिया को पारदर्शी और सटीक बनाना आवश्यक है ताकि विद्यालय के संचालन में किसी प्रकार की बाधा न आए।
बच्चों को स्वेटर, जूते और पोशाक की उपलब्धता सुनिश्चित
बैठक में कक्षा 1 और 2 के बच्चों के लिए विशेष निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने कहा कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक यह सुनिश्चित करें कि सभी बच्चों को तीन दिनों के अंदर स्वेटर, जूते, मोजे और पोशाक उपलब्ध कराए जाएं। इसके अलावा, 10 दिसंबर तक सभी बच्चों के खातों में स्वेटर, पोशाक और जूतों के लिए राशि शत-प्रतिशत हस्तांतरित करने का आदेश दिया गया।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सहभागिता
बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिता पूर्ति, और विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभूवन कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए हर संभव सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई।
शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों की भलाई पर ध्यान
यह बैठक न केवल शिक्षकों की उपस्थिति पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आयोजित की गई थी, बल्कि इसका उद्देश्य बच्चों के लिए जरूरी सुविधाओं को समय पर उपलब्ध कराना भी था। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों को ठंड के मौसम में सुरक्षित रखने के लिए स्वेटर, जूते और अन्य आवश्यक सामग्री की आपूर्ति में किसी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रमुख निर्देशों का पालन सुनिश्चित
बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि सभी शिक्षक और प्रधानाध्यापक अपनी जिम्मेदारियों को समय पर पूरा करें। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि बच्चों के खातों में राशि हस्तांतरित करने और उनकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए समयसीमा का सख्ती से पालन किया जाए।
समस्याओं के समाधान के लिए तत्परता
बैठक के दौरान शिक्षकों ने अपनी समस्याएं भी रखीं, जिसमें मुख्य रूप से नेटवर्क और अन्य तकनीकी मुद्दे शामिल थे। उपायुक्त ने सभी समस्याओं को गंभीरता से सुना और तत्काल समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया।
शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता का प्रयास
ई-विद्या वाहिनी के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति को पारदर्शी बनाने का प्रयास उपायुक्त की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में सहायक होगी।
सर्दियों में बच्चों की जरूरतों पर विशेष ध्यान
उपायुक्त ने यह भी कहा कि ठंड के मौसम में बच्चों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना प्राथमिकता है। उन्होंने प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि हर बच्चे को समय पर स्वेटर और अन्य सामग्री मिले, ताकि वे ठंड से बचाव के साथ पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
यह बैठक शिक्षकों की उपस्थिति और बच्चों के लिए आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। उपायुक्त मनीष कुमार के सख्त निर्देशों और शिक्षा विभाग के सहयोग से यह सुनिश्चित किया गया कि सभी कार्य समय पर और प्रभावी ढंग से पूरे किए जाएं।