पाकुड़। मंगलवार को उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में डीएमएफटी (डिजिटल मनी प्रबंधन फंड ट्रांसफर) और अनटाइड (अनुदान और तकनीकी सहायता) योजनाओं के तहत जिले में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक का सफल आयोजन किया गया।
विभागवार कार्यों की जानकारी और प्रगति का आकलन
बैठक की शुरुआत में उपायुक्त मनीष कुमार ने विभागवार संबंधित कार्यपालक अभियंताओं, ऐई, जेई से पूर्व से संचालित योजनाओं के तहत अब तक हुए कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्टों का विश्लेषण करते हुए कार्यों की प्रगति, गुणवत्ता और समयानुसार पूरा होने की स्थिति का आकलन किया।
नियमित क्षेत्र भ्रमण और गुणवत्ता नियंत्रण पर निर्देश
उपायुक्त ने अधिकारियों को नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण करने का निर्देश दिया ताकि कार्य प्रगति का जायजा लिया जा सके। उन्होंने गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और सभी ससमय योजनाओं को पूर्ण करने हेतु कड़े निर्देश जारी किए। इस प्रक्रिया से योजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने की बात कही गई।
नए विकास कार्यों और प्रस्तावों पर चर्चा
बैठक में डीएमएफटी के तहत अन्य विकास कार्यों को शुरू करने पर भी चर्चा की गई। विभिन्न क्षेत्रों से आए विकास कार्यों के प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए योजनाओं के चयन के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने कहा कि लंबित कार्यों का योजनावार प्रगति प्रतिवेदन अवश्य संलग्न किया जाए ताकि उनकी स्थिति का नियमित रूप से अवलोकन किया जा सके।
प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं का समय पर निष्पादन
उपायुक्त ने प्राथमिकता के आधार पर सभी संचालित योजनाओं को तय समयावधि के अंदर पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जितनी भी लंबित योजनाएं हैं, उन्हें 15 दिनों के अंदर पूरा किया जाए। इसके अतिरिक्त, लोकल वेंडर को अधिक से अधिक कार्य देने की आवश्यकता पर बल दिया गया, जिससे स्थानीय व्यवसायों को प्रोत्साहन मिले और रोजगार के अवसर बढ़ें।
पूर्ण योजनाओं का हैंड ओवर और प्रशासनिक समन्वय
उपायुक्त ने उन योजनाओं के लिए निर्देश दिए जो पूर्ण कर ली गई हैं, उन्हें हैंड ओवर करने का निर्देश दिया। इससे योजनाओं की पारदर्शिता बढ़ेगी और जनता को उनकी उपलब्धियों की जानकारी प्राप्त होगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने का भी आग्रह किया, ताकि कार्यवाही में सुगमता और प्रभावशीलता बनी रहे।
बैठक में उपस्थित अधिकारी और उनकी भूमिकाएँ
इस महत्वपूर्ण बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, और संबंधित विभागों के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता शामिल थे। इन सभी अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों से संबंधित मुद्दों और योजनाओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की और आवश्यक सुझाव दिए।
उपायुक्त मनीष कुमार के नेतृत्व में आयोजित इस समीक्षा बैठक से यह स्पष्ट होता है कि जिले में हो रहे विकास कार्यों की निगरानी और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं का समय पर निष्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण, और प्रशासनिक समन्वय से जिले के विकास में तेजी लाने की उम्मीद है। यह बैठक न केवल मौजूदा योजनाओं की प्रगति को सुनिश्चित करेगी, बल्कि नई योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए भी मार्ग प्रशस्त करेगी।