पाकुड़ में मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र का निरीक्षण उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार द्वारा किया गया। यह निरीक्षण बस स्टैंड स्थित केंद्र पर हुआ, जहां आमजन के लिए भोजन वितरण किया जा रहा था। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य केंद्र पर परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता और व्यवस्थाओं की जांच करना था।
भोजन की गुणवत्ता और व्यवस्था पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त मनीष कुमार ने भोजन कर रहे लोगों की संख्या की जानकारी ली और यह सुनिश्चित किया कि सभी को समय पर भोजन मिल रहा है। उन्होंने परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता की बारीकी से जांच की। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि भोजन निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भोजन का स्वयं स्वाद लेकर परखी गुणवत्ता
भोजन की गुणवत्ता को परखने के लिए उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने मौके पर भोजन का स्वाद लिया। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया कि आमजन को स्वच्छ, पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन मिले। उपायुक्त ने केंद्र पर काम कर रहे कर्मचारियों को निर्देशित किया कि भोजन बनाने और परोसने की प्रक्रिया में साफ-सफाई और मानकों का पालन किया जाए।
भोजन करने वालों से ली गई प्रतिक्रिया
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने केंद्र पर भोजन कर रहे लोगों से बातचीत की और उनकी प्रतिक्रिया ली। उन्होंने पूछा कि भोजन की गुणवत्ता, स्वाद और मात्रा से संबंधित कोई समस्या तो नहीं है। आमजनों ने भोजन की प्रशंसा की, लेकिन कुछ ने बेहतर सुविधाओं की मांग की। उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि किसी भी समस्या को जल्द से जल्द हल किया जाएगा।
केंद्र के संचालन में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त
उपायुक्त ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र के संचालन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों और केंद्र संचालकों को सख्त निर्देश दिए कि भोजन निर्माण में गुणवत्ता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। उपायुक्त ने कहा कि ऐसे केंद्र गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए शुरू किए गए हैं, और उनकी बेहतरी के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्र का निरीक्षण उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया एक सराहनीय कदम है। यह सुनिश्चित करता है कि आमजन को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का सही लाभ मिले। निरीक्षण के दौरान उठाए गए कदमों और निर्देशों से यह स्पष्ट है कि प्रशासन केंद्र की गुणवत्ता और संचालन में कोई समझौता नहीं करेगा। इस पहल से जरूरतमंदों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।