पाकुड़। जिला प्रशासन द्वारा सूचना भवन स्थित सभागार में आपदा मित्रों का 11 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के दौरान प्रशिक्षुओं को सक्षम बनाना है, ताकि विपदाओं के समय जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त मनीष कुमार, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभूवन कुमार सिंह और एसडीआरएफ की टीम द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। यह कदम आपदा प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रशिक्षुओं को उपायुक्त ने दी शुभकामनाएं
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त मनीष कुमार ने प्रशिक्षुओं को शुभकामनाएं देते हुए आपदा प्रबंधन का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण प्रशिक्षुओं को विपदाओं से निपटने के लिए सक्षम और आत्मनिर्भर बनाएगा। उपायुक्त ने कहा,
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आप सभी प्रशिक्षु धैर्य के साथ लोगों की मदद करना सीखें और इस ज्ञान का प्रचार-प्रसार करें। जिला प्रशासन आपसे अपेक्षा करता है कि आप यह प्रशिक्षण प्राप्त कर जिलेवासियों और प्रशासन की मदद करेंगे
आपदा मित्रों को मिलेगा किट और प्रशस्ति पत्र
प्रशिक्षण के दौरान सभी आपदा मित्रों को ड्रेस, आपदा किट और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह पहल उन्हें प्रोत्साहित करने और उनके कार्य को पहचान देने के लिए की गई है। उपायुक्त ने प्रशिक्षुओं से कहा कि आपदा मित्र बनकर आप सभी समाज की अहम जिम्मेदारी निभाने जा रहे हैं।
आपदा प्रबंधन की आवश्यकता और लाभ
उपायुक्त ने कहा कि अक्सर जलाशयों में डूबने, आग लगने या अग्निशामक यंत्र का सही इस्तेमाल ना कर पाने जैसी घटनाओं में कई लोगों की जान चली जाती है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ऐसी घटनाओं में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करना है। प्रशिक्षुओं को आपातकालीन परिस्थितियों में निर्णय लेने और कार्रवाई करने में सक्षम बनाया जाएगा।
सीपीआर तकनीक सीखने पर विशेष जोर
प्रशिक्षण के दौरान सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रेससिटेशन) जैसी जीवन रक्षक तकनीकों पर विशेष जोर दिया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि सीपीआर जैसी तकनीक किसी व्यक्ति की जान बचाने में बेहद कारगर हो सकती है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से इसे गहराई से सीखने और सही समय पर इसका उपयोग करने की अपील की।
आपदा मित्रों से जनता को उम्मीदें
जिला प्रशासन ने आपदा मित्रों से अपेक्षा की है कि वे प्रशिक्षण पूरा करने के बाद जिले में आपदा प्रबंधन जागरूकता फैलाएं। प्रशासन ने कहा कि प्रशिक्षु सिर्फ जान बचाने तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि वे आम जनता को आपदा से निपटने के लिए तैयार करने में भी मदद करेंगे।
आपदा प्रबंधन में नई दिशा
यह 11 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला प्रशासन और आपदा मित्रों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल प्रशिक्षु आपदाओं से निपटने के लिए तैयार होंगे, बल्कि जिले में आपदा प्रबंधन की प्रभावशीलता भी बढ़ेगी। प्रशासन का यह प्रयास समाज को एक सुरक्षित और जागरूक दिशा प्रदान करने की ओर एक बड़ा कदम है।