पाकुड़। पेयजल संकट को खत्म करने और हर नागरिक को पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिले में एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। उपायुक्त मनीष कुमार ने एक सप्ताह पहले ही पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग) के अभियंताओं को जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में खराब पड़े चापाकलों की तत्काल मरम्मत करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के आलोक में जिले के सभी प्रखंडों में मरम्मत दल सक्रिय हो गए हैं और खराब चापाकलों की मरम्मत तेजी से की जा रही है।
अभियान का सकारात्मक प्रभाव
जिले में चल रहे इस अभियान का असर अब दिखाई देने लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत के कारण पानी की समस्या काफी हद तक सुलझाई जा रही है। उपायुक्त ने स्पष्ट किया है कि किसी भी हाल में पानी की किल्लत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण क्षेत्रों के किसी भी टोले, प्रखंड या क्षेत्र के लोगों को पेयजल संकट का सामना न करना पड़े।
पेयजल संकट से निपटने के निर्देश
उपायुक्त ने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को निर्देशित किया है कि सभी सरकारी संस्थानों और विद्यालयों में लगे चापाकल चालू हालत में रहें। उन्होंने कहा कि जो चापाकल मरम्मत योग्य नहीं हैं, उन्हें हटा दिया जाए और उनकी जगह नए चापाकल लगाए जाएं। इसके अलावा, मरम्मत किए गए चापाकलों के बारे में स्थानीय लोगों को भी जानकारी दी जाए ताकि उन्हें पानी प्राप्त करने में कोई समस्या न हो।
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निगरानी और निरीक्षण पर विशेष जोर
पेयजल समस्या के समाधान के लिए पीएचईडी के सभी पदाधिकारियों, अभियंताओं और कनीय अभियंताओं को कार्य की निगरानी और देख-रेख के लिए निर्देशित किया गया है। उपायुक्त ने यह भी कहा कि यह अभियान पूरी पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ चलाया जाए। मरम्मत के बाद चापाकलों की स्थिति पर नियमित निरीक्षण किया जाएगा।
हर गांव तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि पानी की कमी एक गंभीर समस्या है, और इसके समाधान के लिए सभी संबंधित विभागों को पूरी तत्परता के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिले के हर गांव, टोले और स्कूल में पानी की उपलब्धता बाधित न हो।
स्थानीय लोगों की भागीदारी बढ़ाने की योजना
इस अभियान में स्थानीय लोगों को भी शामिल करने की योजना बनाई गई है। ग्रामीणों को चापाकलों की मरम्मत और स्थिति के बारे में जानकारी देकर उन्हें अभियान का हिस्सा बनाया जा रहा है। इससे लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और पेयजल के बेहतर उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा।
पेयजल समस्या पर प्रशासन की सक्रियता सराहनीय
ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या को सुलझाने के लिए उपायुक्त और पीएचईडी द्वारा उठाए गए कदम प्रशंसा के पात्र हैं। इस अभियान से न केवल पानी की कमी को दूर किया जा रहा है, बल्कि ग्रामीणों को राहत भी मिल रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।
पानी की समस्या के समाधान में बड़ा कदम
जिले में पेयजल संकट को सुलझाने के लिए चलाया गया यह अभियान प्रशासन की सक्रियता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। खराब चापाकलों की मरम्मत और नए चापाकल लगाने का यह प्रयास पानी की उपलब्धता में सुधार लाएगा और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के जीवन को आसान बनाएगा।