पाकुड़। शहर के एक निजी अस्पताल में 24 वर्षीय सुष्मिता खातून, जो गर्भवती थीं, को इलाज के दौरान गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा। मरीज के शरीर में A नेगेटिव खून की भारी कमी के कारण उनका ऑपरेशन नहीं हो पा रहा था। यह दुर्लभ रक्त समूह आसानी से उपलब्ध नहीं होता, जिससे मरीज के परिजन बेहद परेशान हो गए।
लाइफ सेवियर्स समूह से मदद की गुहार
मरीज के परिजनों ने लाइफ सेवियर्स समूह के अध्यक्ष अबेदुल शेख से मदद की अपील की। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए अबेदुल शेख ने तुरंत मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने रक्तदाता की तलाश शुरू की, ताकि मरीज का इलाज जल्द से जल्द शुरू हो सके।
रक्तदाता शिक्षक रफीक शेख ने दिखाई इंसानियत
समूह के अध्यक्ष अबेदुल शेख ने संग्रामपुर निवासी शिक्षक रफीक शेख से संपर्क किया। रफीक शेख ने मदद करने का निर्णय लिया और बिना किसी हिचकिचाहट के रक्त अधिकोष (ब्लड बैंक) पहुंचकर रक्तदान किया। उनकी इस मानवीय पहल ने मरीज के जीवन को बचाने में अहम भूमिका निभाई।
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रक्तदान के बाद ऑपरेशन हुआ संभव
रफीक शेख द्वारा रक्तदान किए जाने के बाद सुष्मिता खातून का ऑपरेशन शुरू हो सका। यह रक्तदान उनके जीवन को बचाने का सबसे महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। मरीज की स्थिति में सुधार होते ही उनके परिजनों ने राहत की सांस ली।
परिजनों ने जताया आभार
मरीज के परिजनों ने रक्तदाता रफीक शेख और लाइफ सेवियर्स समूह के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में समूह और रक्तदाता ने उनकी मदद कर उन्हें एक नई उम्मीद दी है।
ब्लड बैंक के कर्मचारियों का सहयोग सराहनीय
रक्तदान की प्रक्रिया में ब्लड बैंक के कर्मचारी नवीन कुमार और पीयूष दास ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी तत्परता और सहयोग ने पूरे प्रकरण को सफल बनाया। मौके पर लाइफ सेवियर्स समूह के अध्यक्ष अबेदुल शेख भी मौजूद थे, जिन्होंने पूरे घटनाक्रम की निगरानी की।
रक्तदान से बनी इंसानियत की मिसाल
यह घटना इंसानियत और सेवा भावना का उत्कृष्ट उदाहरण है। रक्तदाता रफीक शेख और लाइफ सेवियर्स समूह ने मिलकर यह साबित किया कि रक्तदान जीवनदान है। इस पहल ने न केवल मरीज की जान बचाई, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि आपसी सहयोग से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान संभव है।
रक्तदान की महत्ता
यह घटना एक बार फिर इस बात को रेखांकित करती है कि रक्तदान करने से किसी के जीवन को बचाया जा सकता है। लाइफ सेवियर्स समूह और रक्तदाता जैसे लोग समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी यह पहल दूसरों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करेगी और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए आगे आने का हौसला देगी।