पाकुड़, 27 दिसंबर 2024 – पाकुड़ सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में इलाजरत मरीजों को बी पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता का मामला सामने आया, जहां महेशपुर के 32 वर्षीय तोफी शेख का हीमोग्लोबिन स्तर मात्र 3 पॉइंट था। इसकी वजह से मरीज को गंभीर उल्टियां और पेट में तेज दर्द हो रहा था। साथ ही, अंजना के 50 वर्षीय सीरीना बीबी को भी हीमोग्लोबिन की कमी के कारण ऑपरेशन नहीं किया जा सका था। दोनों मरीजों की स्थिति गंभीर थी और उन्हें तत्काल ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता थी।
रक्तदान की आवश्यकता और परिजनों की चिंता
डॉक्टरों ने दोनों मरीजों के इलाज के लिए जल्द से जल्द ब्लड चढ़ाने का निर्देश दिया। परिजनों ने रक्त की व्यवस्था के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन रक्त की उपलब्धता को सुनिश्चित करने में असफल रहे। इसके बाद, इंसानियत फाउंडेशन के सचिव बानिज शेख से संपर्क किया गया।
रक्तदान का प्रयास और इंसानियत की मिसाल
बानिज शेख ने तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए नूर आलम और मुकलेसूर शेख को पाकुड़ रक्त अधिकोष भेजकर रक्तदान कराया। दोनों रक्तदाताओं ने बारी-बारी से रक्तदान किया, जिससे दोनों मरीजों को आवश्यक रक्त मिल सका। इस तरह की रक्तदान महादान की भावना ने एक बार फिर इंसानियत की मिसाल पेश की।
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उपस्थित लोग
रक्तदान के इस नेक कार्य के दौरान सलीम शेख, नवाब शेख, बानिज शेख, मोज्जाम्मेल शेख, नवीन कुमार, और पियूष दास मौजूद थे। इन सभी ने इस कार्य में सक्रिय रूप से भाग लिया और रक्तदान को सफल बनाने में योगदान दिया।
रक्तदान का महत्व
यह घटना रक्तदान के महत्व को उजागर करती है, जहां एक छोटी सी मदद से जीवन को बचाया जा सकता है। इस तरह की घटनाओं से यह संदेश मिलता है कि इंसानियत सबसे बड़ी मानवता है, और एकजुट होकर हम किसी भी संकट से उबर सकते हैं।