पाकुड़। जिले के विभिन्न प्रखंडों में ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल को सशक्त बनाने और उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत विकास योजना 2024 के तहत तीन दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण पंचायती राज विभाग द्वारा जन योजना अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका समापन बुधवार को हुआ। यह आयोजन प्रखंड पंचायत संसाधन केंद्र और प्रखंड के सभागार कक्ष में किया गया।
मास्टर ट्रेनर्स ने दिया “सबकी योजना सबका विकास” पर मार्गदर्शन
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर्स ने “सबकी योजना सबका विकास” विषय पर प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी। इस सत्र में बताया गया कि कैसे ग्राम पंचायतें समावेशी विकास और ग्राम स्तर पर योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दे सकती हैं। प्रशिक्षण में ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल को उनके कर्तव्यों और योजनाओं की प्राथमिकताओं को समझने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
नौ विषयों पर आधारित योजनाओं का चयन और क्रियान्वयन
प्रशिक्षण में ग्राम को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए नौ महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष जोर दिया गया। इन विषयों में शामिल हैं:
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- गरीब मुक्त और उन्नत आजीविका गांव
- स्वास्थ्य गांव
- बाल हितैषी गांव
- जल पर्याप्त गांव
- स्वच्छ और हरित गांव
- आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा
- सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव
- सुशासन वाला गांव
- महिला और बाल हितैषी गांव
प्रतिभागियों को बताया गया कि इन विषयों पर आधारित योजनाओं का चयन और क्रियान्वयन कैसे किया जाए ताकि ग्राम स्तर पर समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।
कुल 12 सत्रों का हुआ आयोजन
तीन दिनों के इस प्रशिक्षण में कुल 12 सत्रों का आयोजन किया गया। प्रत्येक सत्र में पंचायत स्तर पर विकास योजनाओं के संचालन, निगरानी और समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा की गई। साथ ही प्रतिभागियों को व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से सिखाया गया कि वे अपनी ग्राम पंचायतों में बेहतर योजनाओं को लागू करने में किस प्रकार से योगदान दे सकते हैं।
महेशपुर, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़ और पाकुड़िया प्रखंड के प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पाकुड़, महेशपुर, लिट्टीपाड़ा, और पाकुड़िया प्रखंड के ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल के सदस्यों के लिए आयोजित किया गया। प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम को उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से उन्हें अपने कार्यक्षेत्र में और अधिक कुशलता और प्रभावशीलता के साथ काम करने की प्रेरणा मिली है।
ग्राम पंचायत विकास के लिए कदम आगे बढ़ाने का प्रयास
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायतों को विकास योजनाओं के लिए आत्मनिर्भर बनाना और उनके कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर उन्हें समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम बनाना था। पंचायती राज विभाग का यह प्रयास ग्रामीण विकास को गति देने और स्मार्ट ग्राम पंचायतों के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
इस प्रशिक्षण से न केवल पंचायत कार्यकर्ताओं की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि यह जिले के विकास की दिशा में भी एक बड़ा योगदान देगा।