पाकुड़। जिले में खाद्य सुरक्षा अभियान के तहत शहर के विभिन्न मिठाई दुकानों, ठेलों और केक की दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया। जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी धनेश्वर हेम्ब्रम ने बताया कि मकर संक्रांति जैसे त्यौहारों के दौरान तिलकुट और अन्य मिठाइयों की बिक्री में तेज़ी होती है। इसके साथ ही, इन खाद्य पदार्थों में मिलावट की संभावना भी बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह निरीक्षण अभियान चलाया गया।
छह खाद्य नमूने लिए गए जांच के लिए
निरीक्षण के दौरान, खाद्य सुरक्षा टीम ने विभिन्न दुकानों से छह खाद्य नमूने इकट्ठा किए। इन नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी खाद्य पदार्थ मिलावट या स्वास्थ्य के लिए हानिकारक न हो। निरीक्षण के दौरान यह भी पता चला कि कई कारोबारी तिलकुट और अन्य मिठाइयां भागलपुर, गया, मालदा और रांची जैसे शहरों से मंगाते हैं।
खाद्य कारोबारियों को दिए गए निर्देश
खाद्य सुरक्षा टीम ने कारोबारियों को निर्देश दिया कि वे खाद्य पदार्थों की खरीद-बिक्री के लिए बिल और वाउचर रखना सुनिश्चित करें। इसके अलावा, उन पैकेटबंद खाद्य पदार्थों को बेचने से मना किया गया, जिन पर एफएसएसएआई नंबर, निर्माण तिथि और समाप्ति तिथि अंकित नहीं है। सभी खाद्य विक्रेताओं को यह भी निर्देश दिया गया कि वे खाद्य अनुज्ञप्ति या पंजीकरण के साथ ही कारोबार करें।
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साफ-सफाई पर विशेष जोर
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। खाद्य पदार्थ तैयार करने और बेचने वाले स्थानों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। टीम ने विक्रेताओं को आगाह किया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जांच अभियान रहेगा जारी
जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने बताया कि इस तरह के जांच अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे। इसका उद्देश्य है कि जिले में त्यौहारों के दौरान भी शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थ ही उपलब्ध कराए जाएं। यह अभियान न केवल उपभोक्ताओं की सेहत की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि खाद्य कारोबारियों को भी उनके दायित्वों के प्रति जागरूक बनाएगा।
मकर संक्रांति जैसे महत्वपूर्ण त्यौहारों के मद्देनजर चलाए जा रहे इस अभियान को जनता ने सराहा है। जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास खाद्य सुरक्षा और उपभोक्ता हितों की रक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।