झालसा रांची के निर्देशानुसार अभियान की शुरुआत
पाकुड़। झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा) के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा), पाकुड़ द्वारा विधिक जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। इस आयोजन की अगुवाई प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, शेष नाथ सिंह ने की। डालसा सचिव अजय कुमार गुड़िया के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
प्रभात फेरी का रूट और उद्देश्य
प्रभात फेरी अटल चौक से राज हाई+2 स्कूल रोड, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्ण चौक होते हुए तलवाडॉगा तक निकाली गई। इसका मुख्य उद्देश्य विधिक जागरूकता को समाज के हर व्यक्ति तक पहुंचाना था। प्रभात फेरी के दौरान लोगों को कानूनी अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया गया।
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विधिक जागरूकता के मुद्दे
आउटरीच सह विधिक जागरूकता कार्यक्रम के तहत 90 दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है, जिसका लक्ष्य समाज के हर वर्ग को कानूनी अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी देना है। अभियान के दौरान जिन प्रमुख मुद्दों पर जागरूकता फैलाई जा रही है, वे हैं:
- बाल विवाह
- बाल श्रम
- साइबर अपराध
- शिक्षा का अधिकार
- मौलिक अधिकार और कर्तव्य
- नालसा की योजनाएं
इसके अलावा, सरकार की विभिन्न योजनाओं से लोगों को जोड़ने के लिए पैरा लीगल वॉलिंटियर्स (पीएलवी) द्वारा आवेदन भी लिए जा रहे हैं।
पैरा लीगल वॉलिंटियर्स की भूमिका
इस अभियान में पैरा लीगल वॉलिंटियर्स (पीएलवी) ने अहम भूमिका निभाई। वे लोगों को उनके कानूनी अधिकारों और सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी देने के साथ ही आवेदन करने में भी मदद कर रहे हैं। प्रभात फेरी में शामिल होने वाले प्रमुख पीएलवी थे:
- कमला राय गांगुली
- चंद्र शेखर घोष
- सायेम अली
- अमूल्य रत्न रविदास
- खुदू राजवंशी
- मैनुल शेख
- उत्पल मंडल
- एजारूल शेख
- पिंटू मरांडी
- कान्हु हांसदा
- नीरज कुमार राउत
न्याय की किरण अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का संकल्प
डालसा के इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय और कानूनी जानकारी पहुंचाना है। यह सुनिश्चित करना कि हर व्यक्ति अपने मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक हो और सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सके।
सकारात्मक प्रतिक्रिया और सफलता
इस विधिक जागरूकता अभियान को स्थानीय लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। अभियान ने न केवल लोगों को कानूनी जानकारी दी है, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग होने का भी अवसर प्रदान किया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पाकुड़ का यह प्रयास समाज में न्याय और समानता की भावना को मजबूत करने और लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।