समाहरणालय परिसर से जागरूकता रथ को दी गई हरी झंडी
पाकुड़। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए बुधवार को समाहरणालय परिसर से जागरूकता रथ को रवाना किया गया। इस कार्यक्रम में राजमहल लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय कुमार हांसदा, महेशपुर विधायक प्रोफेसर स्टीफन मरांडी, लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू, उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, डीएफओ सौरभ चंद्रा, और उप विकास आयुक्त ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया। यह अभियान जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
फाइलेरिया उन्मूलन के तहत दवा वितरण अभियान
उपायुक्त मनीष कुमार ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में 10 फरवरी से 25 फरवरी तक फाइलेरिया रोधी दवा का वितरण किया जाएगा। यह दवा लोगों को बीमारी से बचाव के लिए दी जाएगी। जागरूकता रथ का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों को फाइलेरिया रोग के प्रति सतर्क करना और दवा सेवन के महत्व को समझाना है।
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फाइलेरिया रोग से बचाव के उपाय
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जो मच्छरों के माध्यम से फैलती है। इससे बचने के लिए फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करना आवश्यक है। हालांकि, 1 वर्ष से कम उम्र के शिशुओं, गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं को यह दवा नहीं दी जाएगी। यह दिशा-निर्देश लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर दिए गए हैं।
जागरूकता रथ: एक प्रभावी माध्यम
जागरूकता रथ के माध्यम से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। यह रथ फाइलेरिया के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में जानकारी प्रदान करेगा। इसमें ऑडियो-विजुअल सामग्री का उपयोग करके लोगों को शिक्षित किया जाएगा। रथ विभिन्न इलाकों में जाकर जागरूकता फैलाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोग इस अभियान का लाभ उठा सकें।
संपूर्ण जिले में जागरूकता अभियान
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जिले के हर प्रखंड और गांव तक जागरूकता रथ पहुंचेगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोगों को फाइलेरिया दवा सेवन के महत्व के बारे में पूरी जानकारी मिले। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाना है।
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान जिले के स्वास्थ्य विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल है। जागरूकता रथ के माध्यम से इस अभियान को मजबूत किया जा रहा है, जिससे लोग बीमारी के प्रति जागरूक हों और दवा सेवन को प्राथमिकता दें। यह पहल जिले को स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करेगी।