जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने की बैठक की अध्यक्षता
पाकुड़ जिले में पंचायती राज विभाग से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। यह बैठक जिला पंचायत राज कार्यालय कक्ष में जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विभागीय योजनाओं और क्रियाकलापों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
15वें वित्त आयोग की राशि और योजनाओं का विश्लेषण
बैठक में 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत व्यय राशि की समीक्षा की गई। जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने पंचायत सचिवालय सुदृढ़ीकरण योजना से जुड़े उपयोगिता प्रमाण पत्र को प्राथमिकता के साथ प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही, आदर्श पंचायत सचिवालय की स्थापना और उसके संचालन को लेकर योजनाएं बनाई गईं।
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ग्राम पंचायत विकास अभियान और डिजिटल उपस्थिति पर जोर
बैठक में ग्राम पंचायत विकास अभियान 2024 की प्रगति पर चर्चा की गई। साथ ही, पंचायत कार्यालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति को अनिवार्य करने के निर्देश दिए गए। यह कदम पंचायत स्तरीय कर्मियों की उपस्थिति और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
सार्वजनिक सेवाओं के सुधार पर ध्यान
बैठक में जलमीनार और स्ट्रीट लाइट की मरम्मत पर विशेष जोर दिया गया। विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों में हैंडवाश यूनिट और वाटर फिल्टर लगाने की प्रगति पर चर्चा की गई। इसके अलावा, क्रियाशील शौचालयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए ताकि स्वच्छता और स्वास्थ्य के स्तर में सुधार हो सके।
जनप्रतिनिधियों की भागीदारी पर चर्चा
बैठक में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए कई पहलुओं पर चर्चा की गई। 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान और कालाजार उन्मूलन अभियान में जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। पंचायत दिवस के अवसर पर केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने पर भी जोर दिया गया।
पंचायत स्तरीय कर्मियों की सूचियों की समीक्षा
बैठक में पंचायत मोबिलाइजर और पंचायत सहायक की सूचियों का मूल्यांकन किया गया। साथ ही, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी से उनके प्रतिवेदन मांगे गए। भारतनेट रिचार्ज, रॉयल्टी, डीएमएफटी, लेबर सेस, और ऑडिट फीस के भुगतान जैसे वित्तीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
अधिकारियों की भागीदारी
बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी के साथ-साथ डीपीएम, ई-पंचायत, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, प्रखंड समन्वयक, पंचायत राज स्वशासन परिषद, कनीय अभियंता और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने योजनाओं के क्रियान्वयन और समस्याओं के समाधान पर अपने सुझाव साझा किए।
पंचायती राज विभाग की योजनाएं जिले के विकास में सहायक
इस बैठक के माध्यम से पंचायतों के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। योजनाओं को समयबद्ध तरीके से लागू करने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। यह बैठक पंचायती राज विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि वह ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है।