मनरेगा से समाज में आ रहा बड़ा बदलाव: उपायुक्त
जिले में मनरेगा सप्ताह के अवसर पर रवींद्र भवन टाउन हॉल में एक भव्य जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मनरेगा, आवास और पंचायती राज के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया और इस मौके पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गईं।
हर हाथ को मिलेगा काम, ग्रामीण जीवन में आ रहा सुधार
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि मनरेगा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव ला रहा है। इस योजना के तहत हर जरूरतमंद व्यक्ति को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने, मजदूरी का समय पर भुगतान करने और पारदर्शी कार्य प्रणाली अपनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
योजनाओं की निगरानी और कार्यों में सुधार के निर्देश
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान अधिक से अधिक लाभुकों को योजनाओं की जानकारी दें और उन्हें इसका लाभ लेने के लिए प्रेरित करें। इसके अलावा, उन्होंने मनरेगा के तहत CIB, बागवानी में घेराबंदी, जलकुंड निर्माण, नाडेप/वर्मी कम्पोस्ट पिट और कार्यस्थल पर एमआर रखने जैसी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अगले एक महीने में कार्यों में सुधार करने और जेसीबी मशीनों के उपयोग पर पूरी तरह रोक लगाने का भी सख्त आदेश दिया। उन्होंने कहा कि मनरेगा के प्रावधानों के अनुसार ही कार्य करें और श्रमिकों को पूरा लाभ दें।
मनरेगा सप्ताह का उद्देश्य और जनभागीदारी
उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने मनरेगा सप्ताह के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को मनरेगा के बारे में जागरूक करना और जनभागीदारी को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि मनरेगा सिर्फ रोजगार उपलब्ध कराने की योजना नहीं है, बल्कि यह किसानों की आय बढ़ाने, पलायन रोकने और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उन्होंने ग्रामीणों को संदेश दिया कि अगर वे इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आवेदन के 15 दिनों के अंदर उन्हें कार्य मिलना सुनिश्चित किया जाएगा।
उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया गया सम्मानित
मनरेगा के तहत बेहतरीन कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मियों को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। जिन अधिकारियों और कर्मियों को सम्मान मिला, उनमें शामिल हैं:
- मनरेगा में उत्कृष्ट कार्य: प्रखंड विकास पदाधिकारी महेशपुर सिद्धार्थ शंकर यादव और परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान।
- पंचायती राज में उत्कृष्ट कार्य: प्रखंड विकास पदाधिकारी पाकुड़िया।
- आवास योजना में बेहतरीन कार्य: प्रखंड विकास पदाधिकारी लिट्टीपाड़ा।
- मनरेगा मैट, मजदूर, पंचायत सचिव और ग्राम रोजगार सेवक को भी उनकी मेहनत और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया।
अबुआ आवास योजना के लाभुकों को मिली चाबी और उपहार
कार्यक्रम के दौरान अबुआ आवास योजना के तहत 12 लाभुकों को सम्मानित किया गया, जिनके आवास पूर्ण हो चुके हैं। इन्हें घर की चाबी और एक कुकर भेंट किया गया, जिससे उनके नए जीवन की शुरुआत में सहूलियत मिल सके।
मनरेगा स्टीकर और टीम टी-शर्ट का विमोचन
इस अवसर पर मनरेगा स्टीकर और मनरेगा टीम के लिए विशेष टी-शर्ट का भी विमोचन किया गया। यह पहल मनरेगा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और टीम को एकजुट करने के उद्देश्य से की गई।
कार्यक्रम में कई गणमान्य अधिकारी रहे उपस्थित
इस भव्य आयोजन में अनुमंडल पदाधिकारी साईमन मरांडी, जिला परिषद उपाध्यक्ष अशोक कुमार भगत, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी प्रखंड प्रमुख, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला समन्वयक निभा कुमारी, सभी जेई, एई, पीएस, जीआरएस और पीएमयू सेल के कर्मी समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
मनरेगा से बदल रहा ग्रामीण जीवन
इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रशासन ने यह संदेश दिया कि मनरेगा सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत के विकास का एक मजबूत स्तंभ है। इस तरह के आयोजनों से योजना के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और अधिक से अधिक लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।