साफ-सफाई अभियान के तहत सरकारी कार्यालयों में जागरूकता बढ़ाने की अनूठी पहल
पाकुड़ जिले में प्रोजेक्ट एसआईपी (सस्टेनेबली इंप्रूविंग पाकुड़) के तहत रविवार को समाहरणालय और प्रखंड स्तरीय कार्यालयों में विशाल स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता की आदत को प्रोत्साहित करना और कार्यालयों को साफ-सुथरा बनाना था। जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों सहित सभी विभागों के कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और कार्यालयों को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान दिया।
उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने खुद की नाली की सफाई
स्वच्छता अभियान के तहत उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने खुद झाड़ू उठाकर समाहरणालय परिसर की सफाई की। समाहरणालय में बनी नालियों में जमा गंदगी को हटाने में भी उन्होंने सहयोग किया। इस पहल का उद्देश्य न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देना था, बल्कि सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना भी था, ताकि सभी कर्मचारी साफ और स्वस्थ वातावरण में कार्य करने की आदत डाल सकें।
सुबह 7 बजे से 11 बजे तक चला सफाई अभियान
स्वच्छता अभियान के तहत सुबह 7 बजे से 11 बजे तक सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों में सफाई अभियान में जुटे रहे। इस दौरान डीडीसी महेश कुमार संथालिया, परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, अनुमंडल पदाधिकारी साईमन मरांडी, जिला भू अर्जन पदाधिकारी अजय सिंह बड़ाईक, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अभिषेक सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभुवन कुमार सिंह और जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार समेत कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वच्छता कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यालयों में व्यवस्थित फाइलिंग और कचरा प्रबंधन पर दिया गया जोर
इस अभियान के दौरान सिर्फ झाड़ू लगाकर सफाई ही नहीं की गई, बल्कि कार्यालयों में फाइलों को व्यवस्थित करने, अनुपयोगी वस्तुओं को हटाने और कचरा प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान दिया गया। अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों में सफाई व्यवस्था को नियमित बनाए रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की और कर्मचारियों को भी इस दिशा में सतर्क रहने की सलाह दी।
स्वच्छता से कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर होगा सकारात्मक प्रभाव – उपायुक्त
उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि स्वच्छ कार्यालय का वातावरण कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कार्यक्षमता पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि स्वच्छता को सिर्फ एक दिवस तक सीमित न रखें, बल्कि इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
सभी कार्यालयों में नियमित रूप से चलेगा स्वच्छता अभियान
इस अभियान की सफलता को देखते हुए प्रशासन ने हर माह नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत सभी सरकारी कार्यालयों में सफाई को प्राथमिकता दी जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कर्मचारी साफ-सुथरे माहौल में कार्य करें।
स्वच्छता अभियान के प्रति बढ़ती जागरूकता
इस अभियान में जिले के विभिन्न प्रखंड स्तरीय कार्यालयों में भी अधिकारियों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल एक दिन की पहल नहीं, बल्कि निरंतर चलने वाली प्रक्रिया होनी चाहिए। कार्यालयों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए हर कर्मचारी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
इस व्यापक स्वच्छता अभियान से न केवल सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता बढ़ेगी, बल्कि कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी। जिला प्रशासन ने इस पहल को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया है ताकि सभी कार्यालयों में स्वच्छ, स्वस्थ और अनुशासित कार्यसंस्कृति विकसित की जा सके।