पाकुड़, 1 मार्च 2025: जिले में कृषि और बागवानी क्षेत्र को सशक्त करने के लिए उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में उद्यान विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति, उनके प्रभाव और किसानों को मिल रहे लाभों पर विस्तृत चर्चा की गई। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी योजनाओं के क्रियान्वयन का निरीक्षण कर उसकी तस्वीरें उपलब्ध कराई जाएं, जिससे योजनाओं की पारदर्शिता बनी रहे।
योजनाओं के प्रगति की निगरानी होगी अनिवार्य
बैठक के दौरान उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि उद्यान विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की नियमित निगरानी जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिया कि हर योजना के तहत किए गए कार्यों का भौतिक सत्यापन किया जाए और उसकी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी जाए। इसके अलावा, उन्होंने योजनाओं से लाभान्वित किसानों के वास्तविक अनुभव और सफलताओं को दर्ज करने पर जोर दिया।
पॉलीहाउस योजना के लाभुकों की सफलता पर बनेगी स्टोरी
बैठक में उपायुक्त ने पॉलीहाउस लाभुकों की सक्सेस स्टोरी तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने पॉलीहाउस तकनीक को अपनाकर अपनी आय में वृद्धि की है, उनकी कहानियों को प्रकाशित किया जाए, ताकि अन्य किसान भी इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित हो सकें।
किसानों को मिले तकनीकी सहायता और मार्गदर्शन
उपायुक्त ने कहा कि जिले के किसान बागवानी को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं। इसके लिए तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण कार्यक्रम और सरकारी अनुदान जैसी योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे किसानों को आधुनिक बागवानी तकनीकों, जैविक खेती और जल प्रबंधन जैसी महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराएं।
पारदर्शिता और जवाबदेही पर जोर
बैठक में उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि सभी योजनाओं की प्रगति की तस्वीरें उपलब्ध कराई जाएं, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और आम जनता को भी योजनाओं की वास्तविक स्थिति की जानकारी मिले। उन्होंने कहा कि योजनाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में अधिकारी रहे मौजूद
इस समीक्षा बैठक में जिला उद्यान पदाधिकारी सहित संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने उद्यान विभाग की योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने के लिए अपने सुझाव दिए और तय रणनीतियों पर अमल करने का संकल्प लिया।
उपायुक्त ने अंत में अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें, किसानों को जागरूक करें और जिले में बागवानी क्षेत्र को और अधिक सशक्त बनाएं।