उपायुक्त के पहल पर तेज हुई जलापूर्ति योजना की कवायद
शहरवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शहरी जलापूर्ति योजना को जल्द से जल्द चालू करने की दिशा में प्रशासन ने अपनी गति बढ़ा दी है। उपायुक्त मनीष कुमार के निर्देश पर इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए लगातार निरीक्षण और समस्याओं के समाधान की प्रक्रिया चल रही है। इसी कड़ी में रविवार को तांतीपाड़ा स्थित इंटरमीडिएट सम्प का स्थलीय निरीक्षण किया गया, जहां बिजली आपूर्ति और अन्य तकनीकी समस्याओं का समाधान खोजने पर जोर दिया गया।
विशेष टीम ने किया निरीक्षण, अधिकारियों ने लिया जायजा
निरीक्षण दल में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार चौधरी, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के सहायक अभियंता गिरधारी सिंह मुंडा, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के सहायक अभियंता अभिजीत किशोर सहित कई अन्य अधिकारी शामिल थे। इनके साथ-साथ महिला सामाजिक कार्यकर्ता मीरा प्रवीण सिंह, नगर परिषद की निवर्तमान अध्यक्ष सम्पा साह और सामाजिक कार्यकर्ता हिसाबी राय भी निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे। टीम ने सम्प की स्थिति का बारीकी से अवलोकन किया और वहां मौजूद समस्याओं को चिह्नित किया।
बिजली आपूर्ति और दलदली भूमि बनी प्रमुख समस्या
निरीक्षण के दौरान कई समस्याएं सामने आईं, जिनमें बिजली आपूर्ति बाधित होने, दलदली भूमि में जलभराव और नालियों में गंदे पानी के जमा होने जैसी चुनौतियां प्रमुख रहीं। विशेष रूप से सम्प के बीचों-बीच स्थित बिजली ट्रांसफार्मर सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभरा, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित होने की संभावना बनी हुई थी। इस मुद्दे को हल करने के लिए निरीक्षण टीम ने ट्रांसफार्मर को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।
दलदली भूमि के जलनिकासी की होगी व्यवस्था
निरीक्षण दल ने दलदली भूमि को जलभराव से मुक्त करने के लिए विशेष योजना तैयार की। इसमें नालियों से गंदे पानी के प्रवाह को रोकने और प्रभावी जलनिकासी व्यवस्था पर चर्चा की गई। साथ ही, सम्प तक ओवरहेड इलेक्ट्रिक केबल बिछाने का निर्णय लिया गया, जिससे बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से की जा सके। इस योजना को लेकर मीरा प्रवीण सिंह ने अपनी सहमति जताई और बिजली ट्रांसफार्मर को लगाने के लिए स्थान भी चिन्हित किया।
जल्द शुरू होगा जलापूर्ति योजना का ट्रायल
निरीक्षण के दौरान कार्यपालक पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि शहरी जलापूर्ति योजना का पूर्ण ट्रायल करते हुए शहर के हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि उपायुक्त के निर्देशानुसार निरीक्षण किया गया और जो भी समस्याएं सामने आईं, उन्हें जल्द से जल्द दूर करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बहुत जल्द शहरवासियों को गंगा का स्वच्छ जल उपलब्ध होना शुरू हो जाएगा।
अन्य अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता भी रहे उपस्थित
निरीक्षण के दौरान नगर परिषद के प्रधान सहायक देवाशीष जय बर्मन, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के कनीय अभियंता आशीष कुमार पटेल, नगर परिषद के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता और सामाजिक कार्यकर्ता सुशील साह सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर समस्याओं के त्वरित समाधान और जलापूर्ति योजना को सफल बनाने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
जल्द पूरी होगी शहरवासियों की स्वच्छ जल की मांग
शहरी जलापूर्ति योजना के तहत प्रशासनिक स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान मिली समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा, ताकि शहरवासियों को नल के माध्यम से स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराया जा सके। प्रशासन का कहना है कि बहुत जल्द जलापूर्ति योजना को पूरी तरह से क्रियान्वित कर दिया जाएगा, जिससे शहर के हर घर में स्वच्छ जल पहुंच सकेगा।