पाकुड़ – ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता और भारतीय सेना के अद्वितीय शौर्य को सलाम करने के उद्देश्य से ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक’ के बैनर तले आज पाकुड़ नगर में एक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होकर सिदो-कान्हू पार्क तक निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिकों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। तिरंगे के रंग में रंगे इस आयोजन ने नगर को देशभक्ति के रंग में सराबोर कर दिया।
पूर्व वायुसेना अधिकारी ने किया वीरता का गौरवगान
पूर्व वायुसेना अधिकारी विश्वनाथ भगत ने तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा में शामिल जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि, “ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने हर देशवासी का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। धर्म पूछकर निर्दोषों की हत्या करने वाले आतंकियों को हमारे बहादुर जवानों ने करारा जवाब दिया है। अब देश कोई भी आतंकी हरकत सहन नहीं करेगा।”
सेना के पराक्रम ने दिया दुश्मनों को कड़ा संदेश
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह मृत्युंजय घोष ने कहा कि, “भारतीय सेना ने दुनिया को दिखा दिया है कि बहनों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। हमारे जवानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जिससे पाकिस्तान को भी समझ आ गया है कि भारत अब सहन नहीं करेगा, बल्कि निर्णायक जवाब देगा।”
पतंजलि प्रतिनिधि ने दिखाई भारत की एकजुटता की शक्ति
पतंजलि के संजय शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि, “भारत की लोकतांत्रिक ताकत और जनता की एकजुटता को कोई भी शक्ति पीछे नहीं धकेल सकती। ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को न सिर्फ हमारी सैन्य ताकत दिखाई, बल्कि यह भी बताया कि जब देश पर संकट आता है, तो हम सब एकजुट होकर खड़े होते हैं।” उन्होंने कहा, “आज का दिन राफेल की विजयगाथा और भारतीय सेना के पराक्रम का गौरवगान करने का दिन है।”
भाजपा जिला अध्यक्ष ने दोहराया – भारत को कोई नहीं रोक सकता
भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय ने कहा कि, “कोई भी ताकत भारत की प्रगति को नहीं रोक सकती। आज की तिरंगा यात्रा भारतीय सेना के सम्मान का प्रतीक है। ऑपरेशन सिंदूर ने विश्व को भारत की ताकत का परिचय कराया है। यह अवसर देश की एकता और सैन्य पराक्रम को सलाम करने का है।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने की प्रधानमंत्री की रणनीति की सराहना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह रामचंद्र दास ने कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए दुनिया को यह दिखा दिया है कि अब भारत किसी भी आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा। भारत अब केवल सहन करने वाला राष्ट्र नहीं है, बल्कि आतंक को उसकी जड़ से समाप्त करने वाला देश है।”
विश्व हिंदू परिषद का बयान – राफेल और ब्रह्मोस ने किया कमाल
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री अरविंद घोष ने कहा कि, “भारत की सेना ने वो कर दिखाया है जो इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। राफेल के शौर्य और ब्रह्मोस की मारक क्षमता ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी। पूरी दुनिया आज भारत के इस जवाबी हमले की चर्चा कर रही है।”
वरिष्ठ नागरिकों ने दी ऐतिहासिक प्रतिक्रिया
वरिष्ठ नागरिक दिवाकांत ने कहा, “यह भारत की आजादी के बाद चौथा युद्ध है और इस बार चार दिन में पाकिस्तान को धूल चटाने का कार्य किया गया है। ब्रह्मोस मिसाइल की सटीकता और हमारी सेना की योजना देखकर पाकिस्तान सकते में आ गया।”
प्रदेश मंत्री ने कहा – अब दुश्मन कहीं भी हो, मारा जाएगा
प्रदेश मंत्री दुर्गा मरांडी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अब केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की निर्णायक नीति का हिस्सा बन चुका है। भारत अब घर में घुसकर मारने की नीति पर काम करता है।”
आतंकी शिविरों का हुआ समूल नाश: विशाल भगत
विश्व हिंदू परिषद के विशाल भगत ने बताया कि, “22 अप्रैल को पहलगाम में बहनों के सिंदूर को मिटाने वाली आतंकी हरकत का जवाब भारत ने बखूबी दिया। भारतीय सेना ने आतंकी शिविरों को तबाह कर यह संदेश दिया है कि हमारे देश की माताओं-बहनों का सम्मान सर्वोपरि है।”
गणमान्य लोग भी रहे उपस्थित
इस ऐतिहासिक यात्रा में विशाल भगत, अशोक वर्मा, चमरू रजवार, मनोज रजक, मनीष पांडेय, रूपेश भगत, धर्मेंद्र त्रिवेदी, मनोरंजन सरकार, सोहन मंडल, हिसाबी राय, संपा साहा, शबरी पाल, मनोरमा देवी, प्राची चौधरी, सपन दुबे, सुकुमार मंडल, अनुग्रहित प्रसाद साह, राजा साहा, अजीत रविदास, रतन भगत, दुलाल सिंह, पवन भगत, श्यामल गोस्वामी, निधि गुप्ता, पंकज साह, अरुण चौधरी, मो. राजा, सादेकुल आलम, सूरज भगत, सुशांत घोष, त्रिलोचन दास, तारा गुप्ता, अनामिका कुमारी, पिंकी मंडल समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
यह तिरंगा यात्रा देश की एकजुटता, सेना के पराक्रम और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की नवनिर्मित नीति का प्रतीक बनी। देशभर में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उमड़ी यह लहर भारत की सैन्य और राष्ट्रीय चेतना का सशक्त उदाहरण है।