अग्निशमन विभाग की पहल से होटल में हुआ मॉक ड्रिल का आयोजन
आज होटल रॉयल रेसीडेंसी के प्रांगण में अग्निशमन विभाग द्वारा एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थिति, विशेष रूप से आग लगने की घटनाओं से प्रभावी रूप से निपटने हेतु प्रशिक्षण देना था। इस अभ्यास में होटल के कर्मचारियों के साथ-साथ आस-पास के मोहल्लों के निवासियों को भी शामिल किया गया, जिससे वे भी सुरक्षा के प्रति जागरूक बन सकें।
स्थानीय नागरिकों को भी दी गई सुरक्षा से जुड़ी व्यवहारिक जानकारी
इस मॉक ड्रिल के दौरान अग्निशमन अधिकारियों ने नागरिकों को बताया कि आग लगने की घटनाएं अचानक होती हैं, लेकिन थोड़ी सी सावधानी बरतकर उनसे बचा जा सकता है। कार्यक्रम में लोगों को फायर एक्सटिंग्विशर चलाने, आपात निकासी प्रक्रिया, और धुएं से बचाव के उपाय जैसे कई महत्वपूर्ण अभ्यास कराए गए। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को विशेष ध्यान रखते हुए सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया भी सिखाई गई।
कार्यक्रम में मौजूद रहे अनुभवी अग्निशमन अधिकारी
इस कार्यक्रम में अग्निशमन पदाधिकारी अजय कुमार सिंह, प्रधान अग्निक चालक रमेश कुमार सिंह और अग्निक चालक राजेश कुमार एवं अग्निक चालक बैजनाथ राम ने उपस्थित लोगों को आग से बचने के उपायों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसी भी अग्निकांड के दौरान सबसे जरूरी होता है – धैर्य, सही जानकारी और त्वरित कार्रवाई।
घरेलू आग लगने की घटनाएं और उनसे बचाव के उपाय
कार्यक्रम में घरेलू स्तर पर आग लगने के आम कारणों को भी समझाया गया। अधिकारियों ने निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की:
- गैस सिलेंडर से रिसाव: रसोई में गैस सिलेंडर का लीकेज सबसे आम कारण है। इससे बचाव के लिए नियमित रूप से रेगुलेटर, पाइप और सिलेंडर की जांच करनी चाहिए।
- बिजली के शॉर्ट सर्किट: पुरानी या ढीली वायरिंग, ओवरलोडेड प्लग-पॉइंट्स से अक्सर शॉर्ट सर्किट होता है। इससे बचने के लिए प्रमाणित इलेक्ट्रीशियन से वायरिंग कराएं और सभी उपकरणों का प्रयोग सीमित क्षमता में करें।
- अगरबत्ती, दीया या मोमबत्ती का असावधानी से प्रयोग: पूजा या रोशनी करते समय खुले स्थान पर दीया या मोमबत्ती छोड़ देना खतरनाक हो सकता है। हमेशा इन्हें बुझा कर ही स्थान छोड़ें।
- किचन में unattended cooking: रसोई में खाना बनाते समय उसे unattended न छोड़ें, खासकर जब गैस चालू हो।
सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली अग्नि दुर्घटनाएं
सिर्फ घर ही नहीं, होटल, मॉल, सिनेमा हॉल, अस्पताल और कार्यालयों में भी आग लगने की घटनाएं आम होती जा रही हैं। इसके पीछे मुख्य कारण होते हैं:
- फायर सेफ्टी उपकरणों की कमी या खराब स्थिति
- निकासी मार्गों का अवरुद्ध होना
- कर्मचारियों को प्रशिक्षण का अभाव
इसलिए ऐसे स्थानों पर नियमित रूप से फायर ऑडिट, मॉक ड्रिल, और फायर अलार्म सिस्टम की जांच अनिवार्य है।
होटल का निरीक्षण कर प्रशंसा की गई सुरक्षा व्यवस्था की
अग्निशमन पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने मॉक ड्रिल के उपरांत होटल रॉयल रेसीडेंसी की अग्नि सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण भी किया। उन्होंने होटल परिसर में उपलब्ध फायर अलार्म सिस्टम, आपातकालीन निकासी मार्ग, अग्निशमन यंत्रों की स्थिति तथा कर्मचारियों की आपात प्रतिक्रिया क्षमता का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि होटल प्रबंधन द्वारा सभी आवश्यक अग्नि सुरक्षा उपायों को प्रभावी रूप से लागू किया गया है, जो किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करते हैं।
उन्होंने होटल प्रबंधन की सजगता, तत्परता और जिम्मेदार कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि यह अन्य संस्थानों के लिए भी एक प्रेरणा है।
होटल प्रबंधन ने की अग्निशमन विभाग की सराहना
होटल रॉयल रेसीडेंसी के प्रबंधन ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि अग्निशमन विभाग की यह पहल बेहद सराहनीय है, जिससे न केवल हमारे कर्मचारी, बल्कि स्थानीय नागरिक भी अब आपातकालीन स्थितियों से निपटने में सक्षम होंगे।
समापन पर दी गई सावधानी बरतने की सलाह
अंत में अधिकारियों ने यह संदेश दिया कि –
“आग लगने से डरें नहीं, सावधानी बरतें और सही समय पर सही कदम उठाएं।”
हर घर और संस्थान में फायर एक्सटिंग्विशर, धुएं से बचाव के मास्क, प्राथमिक चिकित्सा किट और फायर अलार्म सिस्टम अवश्य होने चाहिए।
इस मॉक ड्रिल ने न सिर्फ सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि यह भी सिद्ध कर दिया कि यदि हम सजग और तैयार रहें, तो किसी भी आपदा से बचाव संभव है।
सुरक्षा में ही समझदारी है – यही इस आयोजन का मुख्य संदेश रहा।