🔹 वृद्ध के गिरने से बड़ा हादसा
पाकुड़ प्रखंड के सोनाजोड़ी स्थित वृद्धाश्रम में एक वृद्ध अचानक जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही वृद्धाश्रम में तैनात पैरा लीगल वॉलिंटियर (पीएलवी) चंद्र शेखर घोष ने तुरंत इसकी सूचना जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ को दी।
🔹 सचिव रूपा बंदना किरो का त्वरित हस्तक्षेप
सूचना मिलते ही जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ की सचिव रूपा बंदना किरो मौके पर पहुंचीं। उन्होंने वृद्धाश्रम के कर्मियों और पैरा लीगल वॉलिंटियर्स के सहयोग से घायल वृद्ध को तत्काल सदर अस्पताल, पाकुड़ पहुंचाया। उनकी सक्रियता और तत्परता के चलते वृद्ध को तुरंत चिकित्सा सुविधा मिल सकी।
🔹 गंभीर चोट और जांच रिपोर्ट
सदर अस्पताल में जांच के दौरान पाया गया कि वृद्ध की कमर की हड्डी (hip bone) में फ्रैक्चर हो गया है। साथ ही ब्लड टेस्ट में खून की गंभीर कमी (anemia) भी सामने आई। चिकित्सकों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ऑपरेशन की आवश्यकता बताई और आगे के उपचार की प्रक्रिया शुरू की।
🔹 न्यायाधीश का संवेदनशील निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ शेष नाथ सिंह ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि घायल वृद्ध का समुचित इलाज और आवश्यक चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध कराई जाए। न्यायाधीश के इस त्वरित निर्णय से वृद्ध के उपचार की प्रक्रिया और तेज हो गई।
🔹 सामाजिक सरोकार का उदाहरण
यह घटना न केवल एक चिकित्सा आपात स्थिति थी, बल्कि इसने यह भी दर्शाया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार न केवल न्यायिक सेवाओं तक सीमित है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों की देखभाल और संरक्षण में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। सचिव रूपा बंदना किरो और उनकी टीम की तत्परता ने वृद्ध की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई।
👉 निष्कर्ष: सोनाजोड़ी वृद्धाश्रम में वृद्ध के गिरकर घायल होने की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्रशासनिक तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान संभव है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार और न्यायपालिका की संवेदनशीलता के कारण अब उम्मीद है कि घायल वृद्ध का इलाज समय पर हो सकेगा और वे जल्द स्वस्थ हो जाएंगे।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इस खबर का एक छोटा ब्रेकिंग न्यूज अलर्ट (2-3 लाइन, सोशल मीडिया पोस्ट के लिए तैयार) भी बना दूं?