जिला कार्यशाला में बनी सेवा पखवाड़ा की रणनीति
पाकुड़। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय की अध्यक्षता में आगामी 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित होने वाले विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की रूपरेखा और योजना निर्माण हेतु जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन अपर्णा मार्केट कॉम्प्लेक्स में किया गया। इस कार्यशाला में जिले भर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए आदित्य साहू
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश महामंत्री सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। उन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से लेकर महात्मा गांधी जयंती 2 अक्टूबर तक भाजपा ने जनसेवा का संकल्प लेते हुए सेवा पखवाड़ा चलाने का निर्णय लिया है। यह पखवाड़ा केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनसेवा का महाअभियान है, जो भारत को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करेगा।
मोदी सरकार की नीतियों पर गर्व
आदित्य साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने भारत को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाया है। आज मोदी विश्व नेता के रूप में पहचाने जाते हैं और इस पर हर भारतीय को गर्व है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा कि विपक्ष आज घबराया हुआ है क्योंकि जनता का विश्वास भाजपा के साथ है। इसलिए कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे इस पखवाड़े को जनांदोलन बनाते हुए घर-घर जाकर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुँचाएं।
सेवा ही परम धर्म
सांसद साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा कहा है – “सेवा परमो धर्मः”। कोविड काल के कठिन दौर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से अपने जीवन को खतरे में डालकर पीड़ितों की सेवा की थी, वह इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सेवा पखवाड़े में हर कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को नई दिशा देना है।
रक्तदान और पर्यावरण संरक्षण पर जोर
उन्होंने रक्तदान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि देश में हर दिन करीब 12,000 लोग समय पर रक्त न मिलने से अपनी जान गंवा देते हैं। इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं को बड़े स्तर पर रक्तदान करना चाहिए। वहीं “एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व जलवायु संकट से जूझ रहा है। भूमिगत जल का स्तर गिर रहा है और ओजोन परत कमजोर हो रही है। ऐसे समय में वृक्षारोपण ही इस संकट से बचाने का सबसे बड़ा उपाय है।
सेवा पखवाड़ा के 15 दिन – 15 कार्यक्रम
आदित्य साहू ने कहा कि सेवा पखवाड़े के दौरान कुल 15 प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे कार्य का स्पष्ट विभाजन करें और अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को इस अभियान से जोड़ें। साथ ही रक्तदाताओं, प्रबुद्धजनों और दिव्यांगजनों का डेटा तैयार करने की दिशा में भी काम करें ताकि आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सके।
सेवा पखवाड़ा के प्रमुख कार्यक्रमों की सूची
- 17 सितंबर – रक्तदान शिविर, हर बूथ पर स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य शिविर, सामुदायिक केंद्रों पर पीएम मोदी का लाइव संबोधन
- 18 सितंबर – पीएम मोदी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी
- 19-21 सितंबर – रक्तदान शिविर (द्वितीय चरण), प्रबुद्धजन संवाद, डॉक्यूमेंट्री फिल्म और पुस्तक प्रदर्शन
- 21 सितंबर – नमो मैराथन (युवा मोर्चा द्वारा) – थीम: आत्मनिर्भर भारत
- 25 सितंबर – पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती, पुष्पांजलि, वृक्षारोपण, संगोष्ठी, लोकल फॉर वोकल प्रदर्शनी
- 27-28 सितंबर – प्रदेश के विशिष्ट व्यक्तियों का सम्मान, दिव्यांग उपकरण वितरण, मोदी जी को शुभकामना संदेश
- 2 अक्टूबर – स्वच्छता अभियान, महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि, खादी वस्त्र प्रोत्साहन, चित्रकला प्रतियोगिता, नमो वन/नमो पार्क गतिविधियाँ
नेताओं और पदाधिकारियों की हुई भागीदारी
इस अवसर पर प्रदेश मंत्री दुर्गा मरांडी, अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री मिसफिका हसन, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनुग्रहित प्रसाद साह, मीरा प्रवीण सिंह, अजजा मोर्चा प्रदेश मंत्री अनिता मुर्मू, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, जिला महामंत्री रूपेश भगत, सरिता मुर्मू, मंडल अध्यक्ष आशीष हेंब्रम, सुकुमार मंडल, धनेश्वर साह, फूलबाबू कोड़ा, मनोरंजन सरकार, बाणेश्वर सोरेन, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपक साह, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शबरी पाल, किसान मोर्चा प्रमंडलीय प्रभारी नरेन साह, शर्मीला रजक, सपन कुमार दुबे, अभिक दास और किरण मंडल सहित अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सेवा पखवाड़ा बना भाजपा की शक्ति का प्रतीक
यह स्पष्ट है कि भाजपा सेवा पखवाड़े को सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनता के साथ संवाद और विश्वास का सेतु मान रही है। कार्यकर्ताओं की सक्रियता और योजनाबद्ध तरीके से तैयार की गई रूपरेखा इस बात का संकेत है कि आने वाले 15 दिन सेवा, समर्पण और संगठन शक्ति का अद्वितीय उदाहरण पेश करेंगे।