Sunday, September 14, 2025
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सांस्कृतिक उमंग का संगम: शिक्षक दिवस और हिंदी दिवस पर सिटी ट्रेनिंग सेंटर का भव्य आयोजन 🎶

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रविंद्र भवन में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन

पाकुड़। शहर का रविंद्र भवन रविवार को उत्साह और उल्लास का केंद्र बना, जब सिटी ट्रेनिंग सेंटर की ओर से शिक्षक दिवस एवं हिंदी दिवस के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों ने अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से ऐसा माहौल बनाया कि वहां मौजूद दर्शक और अतिथि तालियों की गड़गड़ाहट और झूमते कदमों से उनकी सराहना करने को मजबूर हो गए।


मुख्य अतिथि और शिक्षकों ने किया उद्घाटन

कार्यक्रम का शुभारंभ समाजसेवी लुत्फल हक और शहर के विभिन्न स्कूलों से आए शिक्षकों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके पहले डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस अवसर पर सिटी ट्रेनिंग सेंटर के निदेशक हैदर अली और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी माल्यार्पण कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की गई।


सिटी ट्रेनिंग सेंटर के प्रयासों की सराहना

मौजूद अतिथियों ने कहा कि सिटी ट्रेनिंग सेंटर सिर्फ कंप्यूटर शिक्षा ही नहीं दे रहा, बल्कि छात्रों को रोजगार से जोड़ने की दिशा में भी लगातार प्रयास कर रहा है। इस प्रयास को सभी ने विशेष रूप से सराहा और कहा कि इस प्रकार की पहल पाकुड़ जैसे छोटे शहरों के लिए बेहद उपयोगी है।


निदेशक हैदर अली ने साझा किया सफर

निदेशक हैदर अली ने अपने संबोधन में कहा, “साल 2017 में मैंने सिटी ट्रेनिंग सेंटर की नींव रखी थी। उस समय संसाधनों की भारी कमी थी और मेरे पास कोई मजबूत टीम भी नहीं थी। लेकिन धीरे-धीरे छात्र और प्रशिक्षक जुड़ते गए और आज इस संस्थान ने जो पहचान बनाई है, वह सिर्फ छात्रों और ट्रेनरों के मेहनत का नतीजा है।”
उन्होंने कहा कि उनका हमेशा से प्रयास रहा है कि कंप्यूटर शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को रोजगार से जोड़ा जाए, ताकि उनकी शिक्षा का सही उद्देश्य पूरा हो।


बेरोजगारी को मिटाने की जिम्मेदारी पर जोर

अपने उद्बोधन में हैदर अली ने कहा कि पाकुड़ में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और इसे दूर करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। इसी सोच के साथ उन्होंने छात्रों को कंप्यूटर की शिक्षा देकर रोजगार से जोड़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि उनके संस्थान में अनुशासन पर विशेष जोर दिया जाता है क्योंकि अनुशासन के बिना सफलता संभव नहीं है।
उन्होंने छात्रों और सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, “आप सभी के सहयोग और विश्वास से ही यह संस्थान इस मुकाम तक पहुंचा है। आने वाले दिनों में भी आप सबों का साथ मिला तो और भी बड़े स्तर पर आयोजन किए जाएंगे।”


नृत्य, संगीत और प्रतियोगिताओं ने बांधा समां

सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने मनमोहक नृत्य और संगीत प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया। बच्चों की प्रतिभा देखकर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने हुनर का प्रदर्शन किया।


प्रतिभागियों को मिला सम्मान और पुरस्कार

प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को अंक दिए गए और मुख्य अतिथि समाजसेवी लुत्फल हक ने स्वयं उन्हें पुरस्कृत किया। इस सम्मान पाकर छात्रों का उत्साह और भी बढ़ गया।


केक काटने से और खूबसूरत हुआ आयोजन

कार्यक्रम के अंत में केक काटने का विशेष आयोजन किया गया, जिसने पूरे माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया। उपस्थित अतिथि और छात्र-छात्राओं ने इस पल का आनंद लिया और इसे यादगार बना दिया।

यह आयोजन न केवल शिक्षक दिवस और हिंदी दिवस को यादगार बना गया बल्कि इसने छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच भी प्रदान किया। सिटी ट्रेनिंग सेंटर के प्रयासों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि शिक्षा और रोजगार का संगम ही समाज के विकास की असली कुंजी है।

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