राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं जयंती
पाकुड़। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं जयंती के अवसर पर जिला सह प्रखंड कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गांधी चौक स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ हुई।
सुबह 11:00 बजे आयोजित माल्यार्पण समारोह में कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। उपस्थित लोगों ने गांधी जी के अहिंसा, सत्य और समाज सेवा के संदेश को याद करते हुए उनका सम्मान किया।
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती
माल्यार्पण के उपरांत पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती जिला कांग्रेस मुख्यालय में 11:30 बजे मनाई गई। इस अवसर पर उपस्थित नेताओं ने शास्त्री जी के जीवन और उनके आदर्शों को याद करते हुए कहा कि उनके बताए गए मार्ग पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।
नेताओं ने विशेष रूप से “जय जवान, जय किसान” के नारे और उनके सादगीपूर्ण जीवन के संदेश को सभी के सामने रखा। इस कार्यक्रम में युवाओं और कार्यकर्ताओं ने भी सक्रिय भागीदारी दिखाई।
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थित
इस कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष कुमार सरकार, प्रदेश सचिव सेमिनुल इस्लाम, प्रखंड अध्यक्ष मानसारुल हक, विधायक प्रतिनिधि गुलाम अहमद, जिला कोषाध्यक्ष असद हुसैन, रामविलास महतो, नगर अध्यक्ष बंसराज गोप, मंडल अध्यक्ष असरफुल हॉक, मैनूल हक, जोउद्दीन मंसूरी, मुखिया प्रतिनिधि आतीउर रहमान, मिथुन मंडल, भीम सिंह, एनएसयूआई अध्यक्ष शाहजमल शेख, कादिर शेख, अजहरुद्दीन शेख, जाकिर शेख, कमरूल शेख और सोशल मीडिया चेयरमैन पियारुल इस्लाम सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
उपस्थित सभी ने गांधी जी और शास्त्री जी के विचारों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया और युवाओं में राष्ट्रीयता और सामाजिक जिम्मेदारी के संदेश को फैलाने का प्रयास किया।
गांधी और शास्त्री के आदर्शों की याद
कार्यक्रम में वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि गांधी जी के अहिंसा और सत्य के सिद्धांत और शास्त्री जी की सादगी व देशभक्ति आज भी समाज के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने कहा कि देश और समाज के लिए वास्तविक योगदान तभी संभव है जब हम उनके सिखाए हुए आदर्शों को अपने जीवन में उतारें।
समाज और युवाओं के लिए प्रेरणा
इस आयोजन ने यह साबित किया कि राष्ट्रीय नेताओं की जयंती केवल श्रद्धांजलि देने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे युवा पीढ़ी में राष्ट्रीयता, जिम्मेदारी और समाज सेवा का संदेश फैलाने के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। उपस्थित कार्यकर्ताओं ने इस प्रकार के कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया।