न्याय सबके द्वार तक पहुंचाने की पहल
पाकुड़। झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वावधान में आज बुधवार, 12 नवंबर 2025 को महेशपुर प्रखंड सभागार में चलंत लोक अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों को कानूनी अधिकारों की जानकारी देकर उन्हें न्यायिक रूप से सशक्त बनाना था। कार्यक्रम का संचालन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ शेष नाथ सिंह के निर्देश पर तथा सचिव रूपा बंदना किरो के मार्गदर्शन में किया गया।
कानूनी सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम
इस अवसर पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ संजीव कुमार मंडल ने उपस्थित ग्रामीणों को विभिन्न कानूनों, अधिनियमों और नागरिक अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को न्याय पाने का अधिकार है, और कोई भी व्यक्ति आर्थिक कमजोरी या जानकारी के अभाव में न्याय से वंचित नहीं होना चाहिए।
योग्य जरूरतमंदों को मिलेगा निःशुल्क विधिक सहयोग
संजीव कुमार मंडल ने यह भी बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा उन जरूरतमंदों को निःशुल्क अधिवक्ता प्रदान किए जाते हैं, जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं। इस सुविधा का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक को न्याय के अवसर समान रूप से प्राप्त हों। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे कानूनी सहायता के लिए प्राधिकार से संपर्क करने में हिचकिचाएँ नहीं।
विधिक जागरूकता के उद्देश्य पर विशेष प्रकाश
कार्यक्रम के दौरान चलंत लोक अदालत के महत्व और उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा की गई। बताया गया कि यह पहल न्यायिक प्रक्रिया को सरल, सुलभ और त्वरित बनाने के लिए चलाई जा रही है। इसके माध्यम से छोटे-मोटे विवादों का निपटारा आपसी सहमति से किया जा सकता है, जिससे अदालतों में लंबित मामलों की संख्या भी घटती है।
नालसा की योजनाओं की जानकारी दी गई
कार्यक्रम में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की भी जानकारी दी गई। वक्ताओं ने बताया कि इन योजनाओं का उद्देश्य समाज के वंचित, गरीब, महिलाएं, बच्चे, मजदूर और वृद्ध नागरिकों को कानूनी सुरक्षा और सहायता उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से जनता को कानून की जानकारी और न्याय की पहुँच आसान बनाई जा रही है।
जागरूकता सामग्री का वितरण और सहभागिता
शिविर में उपस्थित ग्रामीणों के बीच कानून से संबंधित पुस्तिकाएं, पर्चे और सूचना पत्रक भी वितरित किए गए। इन सामग्रियों के माध्यम से लोगों को अपने अधिकारों और सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और कई लोगों ने अपनी कानूनी जिज्ञासाओं का समाधान भी पाया।
पीएलवी और कर्मियों की सक्रिय भूमिका
इस मौके पर पीएलवी चन्दन रविदास, प्रियंका हेंब्रम, विजय कुमार राजवंशी, उर्मिला हेंब्रम समेत कई ग्रामीण प्रतिनिधि और प्रखंड कर्मी उपस्थित रहे। सभी ने इस आयोजन को जनहित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और आगे भी ऐसे विधिक जागरूकता कार्यक्रमों के नियमित आयोजन की मांग की।
न्यायिक सशक्त समाज की ओर एक प्रयास
इस चलंत लोक अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर ने ग्रामीणों के बीच कानूनी समझ और अधिकार जागरूकता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल न्यायिक व्यवस्था को जनसुलभ बनाते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि न्याय का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे।


