भाजपा जिला कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन
पाकुड़। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं महगामा के पूर्व विधायक अशोक भगत ने आज भाजपा जिला कार्यालय, पाकुड़ में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय, जिला महामंत्री रूपेश भगत, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपक साह, अजजा मोर्चा की प्रदेश मंत्री अनिता मुर्मू, वरिष्ठ नेता विश्वनाथ भगत और सपन दुबे सहित पार्टी के अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रेस वार्ता के दौरान आगामी राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस को लेकर पार्टी की तैयारियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनजाति समाज के प्रति प्रतिबद्धता पर विस्तार से चर्चा की गई।
जनजाति समाज के सम्मान और गौरव के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता
अपने संबोधन में अशोक भगत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सदैव से जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास, उनके गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए समर्पित रही है।
उन्होंने कहा कि पार्टी और सरकार दोनों ही स्तर पर आदिवासी समाज को मुख्यधारा से जोड़ने, उनकी संस्कृति, भाषा और परंपरा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
अशोक भगत ने कहा, “भाजपा की नीतियां केवल घोषणा नहीं, बल्कि धरातल पर दिखने वाले परिणाम हैं, जिनका सीधा लाभ जनजातीय समाज को मिल रहा है।”
धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस घोषित करना ऐतिहासिक निर्णय
अशोक भगत ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस घोषित कर यह सिद्ध कर दिया कि झारखंड की माटी और यहां की संस्कृति उनके हृदय में बसती है।
उन्होंने कहा कि यह दिवस केवल जनजाति समाज का नहीं, बल्कि पूरे झारखंड राज्य के साढ़े तीन करोड़ लोगों का सम्मान दिवस है।
इस निर्णय ने झारखंड की गौरवशाली परंपरा, आदिवासी अस्मिता और संघर्ष की भावना को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।
झारखंड राज्य गठन में भाजपा की भूमिका रही ऐतिहासिक
अशोक भगत ने स्मरण कराया कि अलग झारखंड राज्य का गठन भी भाजपा सरकार के ही नेतृत्व में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में हुआ।
उन्होंने कहा कि यह महज संयोग नहीं, बल्कि सम्मान का प्रतीक है कि राज्य गठन की तिथि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को ही रखी गई।
इससे यह स्पष्ट है कि भाजपा हमेशा से अमर बलिदानी महापुरुषों और योद्धाओं की सोच के अनुरूप झारखंड का विकास चाहती है — ऐसा विकास जो जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा के साथ-साथ संस्कृति, परंपरा और अस्मिता का सम्मान करता है।
भाजपा सरकारों ने दिया आदिवासी समाज को अधिकार और अवसर
अशोक भगत ने कहा कि भाजपा सरकारों ने आदिवासी समाज की पहचान और हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने ही केंद्र में अलग आदिवासी मंत्रालय की स्थापना की और संथाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने आदिवासी समाज के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं —
जिनमें प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, और गरीब कल्याण अन्न योजना प्रमुख हैं।
उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ देशभर के साथ झारखंड के जनजातीय परिवारों तक पहुंच रहा है।
आदिवासी कल्याण के लिए नई योजनाओं से मिलेगी नई दिशा
अशोक भगत ने बताया कि मोदी सरकार ने हाल ही में 24 हजार करोड़ रुपये की पीएम जन मन योजना की शुरुआत की है, जो जनजातीय गांवों के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
इसके अलावा एकलव्य आवासीय विद्यालयों का विस्तार कर आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने देशभर में आदिवासी समाज से आने वाले अनेक प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों को पद्म सम्मान देकर राष्ट्र के विकास में उनकी भूमिका का सम्मान किया है।
जनजाति नायकों की स्मृति को किया गया अमर
श्री भगत ने गर्व के साथ बताया कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक जेल परिसर और उनके कक्ष को भव्य संग्रहालय के रूप में विकसित किया गया है।
साथ ही, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में झारखंड के अमर बलिदानी जनजातीय सपूत शहीद अल्बर्ट एक्का के नाम पर द्वीप का नामकरण कर राष्ट्र स्तर पर झारखंड की पहचान को सशक्त किया गया है।
यह भाजपा सरकार की जनजातीय सम्मान भावना का सशक्त उदाहरण है।
द्रौपदी मुर्मू के रूप में जनजाति समाज को मिला सर्वोच्च सम्मान
अशोक भगत ने कहा कि झारखंड की माटी की बेटी द्रौपदी मुर्मू आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद – राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल भाजपा की नीतियों की सफलता है, बल्कि यह जनजाति समाज के आत्मगौरव और सामर्थ्य का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि “आज देश की पहली जनजातीय महिला राष्ट्रपति का चयन होना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा समाज के हर वर्ग को समान अवसर देने में विश्वास रखती है।”
प्रदेशभर में उत्सव की तैयारी: दीपोत्सव और शोभायात्राएं होंगी आयोजित
अशोक भगत ने बताया कि भाजपा प्रदेशभर में 14 और 15 नवंबर को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस को उत्सव के रूप में मनाएगी।
इन दो दिनों में भगवान बिरसा मुंडा और अन्य जनजातीय महापुरुषों की प्रतिमाओं की सफाई, दीप प्रज्वलन और जनजातीय स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
पाकुड़ जिले में भव्य शोभायात्राएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और दीपोत्सव आयोजित कर समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल सम्मान का प्रतीक होंगे, बल्कि जनजातीय गौरव और एकता का संदेश भी देंगे।
जनजाति गौरव दिवस झारखंड की आत्मा का उत्सव
प्रेस वार्ता के अंत में अशोक भगत ने कहा कि राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस झारखंड की आत्मा, संस्कृति और संघर्ष भावना का उत्सव है।
भाजपा का उद्देश्य इस दिन को केवल कार्यक्रम के रूप में नहीं, बल्कि समाज के आत्मसम्मान और जागृति के प्रतीक के रूप में मनाना है।
उन्होंने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा की विरासत हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। भाजपा सरकार उस सपने को साकार करने में निरंतर लगी है, जिसमें हर जनजातीय परिवार सम्मान और आत्मनिर्भरता के साथ जीवन जी सके।”


