🏢 पंचायत स्तर पर विधिक जागरूकता की प्रभावी पहल
पाकुड़। पाकुड़ प्रखंड के पोचाथोल पंचायत भवन में चलंत लोक अदालत सह विधिक जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम झालसा रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वावधान में संपन्न हुआ।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर कानूनी अधिकार, निःशुल्क विधिक सहायता, एवं विवादों के समाधान से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी देना था।
👥 कानूनी विशेषज्ञों की संयुक्त उपस्थिति ने बढ़ाई कार्यक्रम की गंभीरता
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ संजीव कुमार मंडल और मीडिएटर अधिवक्ता समीर कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से मार्गदर्शन दिया।
दोनों विशेषज्ञों ने उपस्थित ग्रामीणों को कानूनी प्रावधान, अधिकार, और विधिक सहायता योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से निर्धन, असहाय, महिला, वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग, एससी-एसटी समुदाय के पात्र व्यक्तियों को निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जाता है।
⚖️ निःशुल्क कानूनी सहायता और मध्यस्थता प्रणाली पर विशेष चर्चा
सत्र के दौरान ग्रामीणों को बताया गया कि वैवाहिक विवाद, परिवारिक मतभेद, भूमि व संपत्ति विवाद, तथा अन्य नागरिक मामलों को सुलह-समझौते, मध्यस्थता और चलंत लोक अदालत के माध्यम से तेजी और सरलता से निपटाया जा सकता है।
वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि मध्यस्थता प्रक्रिया में न केवल समय की बचत होती है बल्कि मुकदमों के बोझ को भी कम किया जा सकता है। ग्रामीणों को Legal Aid, Mediation, और Lok Adalat की कार्यप्रणाली के बारे में भी जागरूक किया गया।
📜 विधिक अधिनियमों और अधिकारों पर विस्तार से जानकारी
कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण कानूनी एक्ट, जैसे—
- घरेलू हिंसा अधिनियम,
- वरिष्ठ नागरिक संरक्षण अधिनियम,
- बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण कानून,
- मजदूर सुरक्षा कानून
आदि के बारे में तथ्यात्मक जानकारी प्रदान की गई।
ग्रामीणों को समझाया गया कि कानून का ज्ञान उन्हें शोषण से बचाता है और न्याय पाने के रास्ते खोलता है।
📄 सूचनात्मक पुस्तिका और पर्चियों का वितरण
जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा ग्रामीणों में जागरूकता फैलाने हेतु कानूनी पुस्तिकाएं एवं सूचनात्मक पर्चे वितरित किए गए।
इन पर्चियों में कानूनी सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया, अधिकृत अधिवक्ता मिलने की पात्रता, और महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर शामिल थे, ताकि ग्रामीण आवश्यकता पड़ने पर तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।
👨🌾 ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम में पंचायत के प्रतिनिधियों, ग्रामीणों और पैरा लीगल वॉलंटियर्स—याकूब अली, सायेम अली समेत अनेक लोगों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। सभी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से कानूनी जागरूकता बढ़ती है और आमजन अपने अधिकारों के प्रति सजग होते हैं।
🌟 सफल आयोजन ने बढ़ाया न्याय के प्रति विश्वास
पंचायत स्तर पर आयोजित यह कार्यक्रम स्थानीय निवासियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुआ।
चलंत लोक अदालत और विधिक जागरूकता अभियान के माध्यम से ग्रामीणों में अपने अधिकारों और कानून के प्रति भरोसा बढ़ा है।
आयोजन की सफलता इस बात का प्रमाण है कि न्याय केवल अदालतों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति तक पहुंचाना आवश्यक है।


