Wednesday, May 14, 2025
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हास्य कविता से खुश होकर लालू यादव ने इस शख्स को दे दी थी नौकरी, यहां कर रहे जॉब

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विशाल कुमार/छपरा. बिहार के सारण जिले के मशरक निवासी सत्येंद्र दूरदर्शी अपने हास्य कविताओं के लिए जाने जाते हैं. अपनी इस काबिलियत से वो राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू यादव को भी अपना दीवाना बना चुके हैं. मुख्यमंत्री रहते हुए लालू यादव सत्येंद्र की कविता से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उनको सरकारी नौकरी दे दी. वर्तमान में सत्येंद्र दूरदर्शी बिहार पुलिस में अपनी सेवा दे रहे हैं और मुजफ्फरपुर में दरोगा के पद पर तैनात हैं. जब भी समय मिलता है सत्येंद्र हास्य कविता लिखने के साथ-साथ उसको गुनगुनाना नहीं भूलते हैं. वो अपनी हास्य कविता के माध्यम से लोगों का मनोरंजन भी करते हैं.

सत्येंद्र दूरदर्शी ने बताया कि वो गांव में रह कर अपनी पढ़ाई कर रहे थे. वो सेना में भर्ती के लिए तैयारी करते थे. उनको कविता लिखने और सुनाने का बहुत शौक है. उन्होंने बताया कि एक बार पटना में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का कार्यक्रम था. गांव के लोगों के साथ वो भी पटना चले गये. यहां मंच पर मुझे प्रस्तुति देने के लिए चढ़ा दिया गया तो मैंने अपनी हास्य कविताएं सुनायी. इससे वहां मौजूद लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए. तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू यादव भी मेरी हास्य कविताओं से प्रभावित हुए और मुझे मंच से अपने पास बुला लिया. इसके बाद उन्होंने नौकरी देने की बात कही तो मैंने हां कर दिया. इस तरह मुझे हास्य कविता के कारण बिहार पुलिस में नौकरी मिल गई.

मुजफ्फरपुर में दरोगा के पद पर हैं कार्यरत

सत्येंद्र दूरदर्शी ने उस वक्त को याद करते हुए बताया कि पटना में आयोजित कार्यक्रम में मुझे 10 मिनट का समय दिया गया था. मैंने बनावटी विवाह का मंत्र सुनाया था जिससे लालू यादव एवं वहां उपस्थित लोग काफी प्रभावित हुए थे. कुछ औपचारिताएं पूरी करने के बाद बिहार पुलिस में मेरा चयन कर लिया गया. अभी मैं मुजफ्फरपुर जिला में दरोगा के पद पर कार्यरत हूं. सत्येंद्र दूरदर्शी ने न्यूज 18 लोकल के साथ अपनी कई हास्य कविताओं को साझा किया.

सत्येंद्र दूरदर्शी को अभी भी बड़े-बड़े मंचों पर कार्यक्रम की प्रस्तुति देने के लिए बुलाया जाता है. उन्होंने बताया कि हालांकि अब समय कम मिल पाता है, लेकिन जब भी समय मिलता है और बुलाया जाता है तो लोगों के मनोरंजन के लिए पहुंच जाता हूं.

साधारण परिवार से आने वाले सत्येंद्र दूरदर्शी जब भी अपने गांव जाते हैं वो आम व्यक्ति की तरह रहते हैं. उनका हास्य कविता पढ़ने का अंदाज नहीं बदला है.

Tags: Bihar News in hindi, Lalu Yadav, Local18, Saran News

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