[ad_1]
चरहीएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
चरही घाटी से तीन अफीम तस्कर गिरफ्तार
सावन शुरू होने से पूर्व हर साल नशीले मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले लोग एक्टिव हो जाते हैं। इस गैंग का मुख्य टारगेट कांवरिया होते हैं। पैदल चलकर थके हारे कांवरिया अंधविश्वास में इसे बाबा का प्रसाद समझ कर अफीम, गांजा और कई तरह के मादक पदार्थों का सेवन करते हैं। इसी अवसर का फायदा उठाने के लिए तस्कर अफीम की खेप को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने की हड़बड़ी में पुलिस के हत्थे चढ़ जा रहे हैं। चरही में अफीम का ऐसा ही तस्कर ग्रुप धराया है। उनके पास से चार किलो अफीम बरामद किया गया है।
ऐसे पकड़ में आए तस्कर
चरही थाना प्रभारी विक्रम कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि रामगढ़ से हजारीबाग की ओर जा रहे एक मारुति स्विफ्ट कार में मादक पदार्थ जा रहा है। थाना प्रभारी ने त्वरित एक्शन लेते हुए जांच के लिए गश्ती दल को चरही घाटी के पहले मोहन होटल के समीप वाहनों की चेकिंग में लगा दिया। इसकी जानकारी एसडीपीओ अनुज उरांव और वरीय पदाधिकारियों को दी। अधिकारी वाहन चेकिंग स्थल पहुंचे। यहां मौजूद चरही थाना प्रभारी विक्रम कुमार, एएसआई जितमोहन महतो अपने दल-बल के साथ उक्त गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही सफेद रंग की स्विफ्ट कार संख्या जेएच 01 ईजे 7820 पहुंची, कि पुलिस की टीम ने उक्त कार को रोकने का इशारा किया। कार चालक मामले को भांपते हुए स्पीड बढ़ाने की कोशिश कर रहा था तभी पुलिस के जवानों ने बल पूर्वक गाड़ी को रोक दिया। वाहन में बैठे तीन लोग भागने की कोशिश करने लगे। उन्हें भी बल पूर्वक रोक कर पकड़ लिया गया।
एक-एक किलो के चार पैकेट बरामद
वाहन के जांच के क्रम में पुलिस ने कार के अगले सीट के नीचे से एक-एक किलों के चार पैकेट नशीला पदार्थ पाया। कड़ाई से पूछताछ किए जाने पर तीनों युवकों ने बताया कि चारों पैकेट में अफीम है। जब्त किए गए पैकेट को पुलिस द्वारा ड्रग डिटेक्ट कीट के माध्यम से पुष्टि कराया कि चारो पैकेट में अफीम ही है। गिरफ्तार अभियुक्तों को कार समेत थाने लाकर कड़ी पुछ-ताछ कर इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी ली गई। गिरफ्तार लोगों में सुलेमान सोय (28) वर्ष निर्मल सोय (35) वर्ष दोनों के पिता हाबिल सोय ग्राम चलकद थाना अड़की, जिला खूंटी तथा तीसरा अभियुक्त सैयद अमीर हुसैन (33) वर्ष पिता जाकिर हुसैन, ग्राम अंबाटोली, थाना नगड़ी जिला रांची के बताए गए।
अफीम की खेती का गढ़ माना जाता है खूंटी
खूंटी में अफीम की खेती सासंगबेड़ा, साके, रोकाब, कटोई, मुचिया, कसमर, लोंगा, पडासू, हडदलामा गांव के दक्षिणी अड़की क्षेत्र में होती है। अफीम माफिया ऐसी जगहों पर खेती करते हैं, जहां पुलिस भी नहीं जाती है। साथ ही, वहां पर सिंचाई का कोई साधन नहीं होता है। अफीम माफिया मोटर पंप लगाकर दूर से सिंचाई की व्यवस्था करते हैं।
दिल्ली, पंजाब और बांग्लादेश में होती है सप्लाई
जानकारों के मुताबिक यहां से अफीम बांग्लादेश, नेपाल, दिल्ली, पंजाब और कोलकाता भेजा जाता है। इस क्षेत्र में अफीम की जबरदस्त खेती होती है। करोड़ों रुपये का धंधा अफीम से होता है। किसानों को अधिक आमदनी चाहिए और अफीम माफिया को खेत। हालांकि की पुलिस समय-समय पर छापेमारी कर इन तस्करों की कमर तोड़ देती है, लेकिन तस्कर नित नए-नए तरीके ढूंढ कर इस कारोबार को करते हैं।
[ad_2]
Source link