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विक्रम कुमार झा/पूर्णिया: ग्रामीण इलाकों के लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं से दूरी के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, गोकुलपुर पंचायत अंतर्गत प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय परिसर में एक स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया है. इस आयोजन की अध्यक्षता बिहार सरकार के खाद्द एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेसी सिंह ने की है. इस मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर में, शहर के जाने माने वरिष्ठ चिकित्सकों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने भी अपना समर्थन दिया है. यह उपकरण ग्रामीण आवासीय क्षेत्रों में बाधाओं को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है ताकि बुजुर्ग और साधारण रूप से कमजोर लोगों को आसानी से अस्पताल तक पहुंच मिल सके.
ऑन द स्पॉट किया गया पंजीकरण
बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह ने बताया कि जनस्वास्थ्य चेतना शिविर में लगभग 2500 से अधिक ग्रामीणों की स्वास्थ्य परीक्षा की गई है. इस आयोजन की शत प्रतिशत सफलता के साथ, स्थानीय पंचायत के मुखिया नीरज मेहता के नेतृत्व में पहले ही लगभग 1800 से अधिक ग्रामीणों का पंजीकरण किया गया था. हालांकि, भीड़ के कारण दोपहर बाद लगभग एक हजार ग्रामीणों की “ऑन द स्पॉट” स्वास्थ्य परीक्षा की गई. ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच होती है. साथ ही, टेलीकंसल्टेंसी के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.
57 डॉक्टरों की टीम ने की जांच
सिविल सर्जन डॉ. अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के आमजनों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर में गैर संचारी रोगों जैसे कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, संचारी रोग में टीबी और चर्म रोग, कुष्ट रोग, महिला रोग सहित सभी प्रकार की जांच की गई है. इसके अलावा, आयुर्वेदिक चिकित्सा, विभिन्न प्रकार की खून जांच, बल्गम जांच, आंख, गला, नाक, कान आदि के लिए भी जांच की गई है. इसके लिए 26 ओपीडी काउंटर और 20 काउंटर दवा वितरण के लिए स्थापित किए गए हैं. इन काउंटरों को संचालित करने के लिए 44 निजी चिकित्सकों के साथ स्वास्थ्य विभाग की 13 चिकित्सकों की टीम तैनात की गई है. इसके साथ ही, जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगभग 100 चिकित्सकीय टीम और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी.
कार्यो की तारीफ करते हुए दिखाई ये कमियाँ
मरीज ब्रहमदेव पासवान, असगर अली, मिथिलेश कुमार मेहता सहित अन्य लोगों ने सरकार के इस कदम की प्रशंसा की है और इस कार्य के लिए सरकार की सराहना की है. हालांकि, इलाज करवाने आए मरीजों ने कहा है कि सब कुछ अच्छा था, लेकिन विधि व्यवस्था और पहले करीबी लोगों के इलाज को प्राथमिकता देनी, यह एक स्थिति है जो नहीं होनी चाहिए थी. इसके चलते कई लोग बिना इलाज करवाए ही वापस लौट गए.
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Tags: Bihar News, Latest hindi news, Local18, Purnia news
FIRST PUBLISHED : July 03, 2023, 09:06 IST
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