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परमजीत कुमार/देवघर. सावन के महीने में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए सोमवार की पूजा खास महत्वपूर्ण है. सोमवार के दिन व्रत रखकर पूजा-आराधना करनेवालों पर पर शिव की कृपा बनी रहती है. धार्मिक शास्त्र के अनुसार, सोमवार का दिन चंद्रदेव का भी है. वहीं, चंद्रमा भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान है. ऐसे में सोमवार को शिव की पूजा करनेवालों पर चंद्रदेव की भी कृपा बरसती हैं और भक्त के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.
बैद्यनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने लोकल 18 को बताया कि इस साल सावन 59 दिनों का होने वाला है. मलमास के सावन में पड़ने के कारण 19 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना है. वहीं, इस सावन में 8 सोमवार पड़ने वाले हैं.
16 जुलाई तक शुद्ध सावन
शुद्ध सावन की शुरुआत 4 जुलाई हो चुकी है. 17 जुलाई तक शुद्ध सावन माना जाएगा. फिर 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास रहनेवाला है. मलमास में कुल चार सोमवार पड़ रहे हैं. फिर 17 अगस्त से 21 अगस्त तक शुद्ध सावन मास लगेगा. शुद्ध श्रावण मास में 4 सोमवार पड़ रहे हैं. तीर्थपुरोहित श्रीनाथ पंडित का कहना है कि श्रद्धालु को कम से कम 4 सोमवार का व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा आराधना करनी चाहिए.
सोमवारी पूजा विधि
तीर्थपुरोहित श्रीनाथ पंडित का कहना है कि सोमवार के दिन व्रत रखकर विधि-विधान के साथ भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक या रुद्राभिषेक कर बेलपत्र अर्पण जरूर करना करें. अगर बेलपत्र पर राम नाम लिखा हो तो भगवान शिव के साथ विष्णु का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन सच्चे मन से शिव पंचाक्षर मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का जप करते रहना चाहिए और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए.
फलाहार नियम
जिस तरह श्रद्धालु प्रदोष व्रत करते हैं. ठीक उसी तरह श्रद्धालुओं को सोमवार का व्रत करना चाहिए. दिन भर उपवास रखकर भगवान शिव की पूजा-आराधना कर शाम के समय में सिर्फ एक वक्त फलाहार करना चाहिए. इस व्रत के करने से मनचाहा फल मिलता है और परिवार में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है.
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Tags: Deoghar news, Local18, Religion 18, Sawan
FIRST PUBLISHED : July 09, 2023, 09:49 IST
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