भाजपा कार्यकर्ताओं ने बूथ स्तर पर सुना ‘मन की बात’
पाकुड़ जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश और उत्साह के साथ सुना। जिले के विभिन्न बूथों पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम को ध्यानपूर्वक सुना और प्रधानमंत्री के विचारों से प्रेरित हुए।
भाजपा जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय ने पाकुड़ विधानसभा के दादपुर पंचायत के मलायपुर गांव में बूथ संख्या 264 पर इस कार्यक्रम को सुना। इसी तरह, पाकुड़ नगर अध्यक्ष सोहन मंडल, बीचामहल मंडल अध्यक्ष धनेश्वर साह, गंधाईपुर मंडल अध्यक्ष मनोरंजन सरकार, दादपुर मंडल अध्यक्ष सुशांत घोष, नबीनगर मंडल अध्यक्ष मानसा तुरी, हिरणपुर मंडल अध्यक्ष सुकुमार मंडल, आमड़ापाड़ा मंडल अध्यक्ष आशीष हेंब्रम, पाकुरिया मंडल अध्यक्ष विजय भगत, बीरकिट्टी मंडल अध्यक्ष फूल बाबू कोड़ा, महेशपुर मंडल अध्यक्ष सुखेन घोष, कैराछतर मंडल अध्यक्ष गौतम पाल के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने बूथों पर कार्यक्रम को सुना और उसकी महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने नववर्ष और त्योहारों की दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए देशवासियों को नववर्ष की बधाई दी। उन्होंने कहा कि ‘आज चैत्र नवरात्र के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है और इसी के साथ भारतीय नववर्ष विक्रम संवत 2082 की भी शुरुआत हो रही है।’ उन्होंने इस मौके पर गुड़ी पाड़वा और आगामी ईद के त्योहार की भी शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह महीना भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता का प्रतीक है, जो विभिन्न त्योहारों के माध्यम से स्पष्ट रूप से झलकता है।
गर्मियों की छुट्टियों का सही इस्तेमाल करने की सलाह
प्रधानमंत्री ने बच्चों और युवाओं से अपील की कि वे गर्मियों की छुट्टियों का सदुपयोग करें और इस दौरान नई चीजें सीखने पर जोर दें। उन्होंने कहा कि इस समय का उपयोग अपनी प्रतिभा और कौशल को निखारने में करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने MY-Bharat प्लेटफॉर्म के तहत बनाए गए स्पेशल समर कैलेंडर की चर्चा की, जिसमें स्टडी टूर, जन औषधि केंद्रों की कार्यप्रणाली समझने, वाइब्रेंट विलेज अभियान के तहत सीमावर्ती गांवों के अनुभव लेने, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों में शामिल होने और आंबेडकर जयंती पर पदयात्रा में भाग लेकर संविधान जागरूकता बढ़ाने जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने युवाओं से इन गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।
जल संरक्षण पर विशेष जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ‘अगर हम बारिश की बूंदों को संरक्षित कर लें, तो हम काफी मात्रा में पानी बर्बाद होने से बचा सकते हैं।’ उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में जल संरक्षण को लेकर देशभर में बड़े प्रयास हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 7-8 वर्षों में बनाए गए टैंक, तालाबों और जल रिचार्ज तकनीकों के जरिए 11 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी संरक्षित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के गडग जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां के गांववालों ने सूख चुकी झीलों को फिर से पुनर्जीवित किया, जो ‘कैच द रेन’ अभियान का एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की।
महुआ के फूलों से नई संभावनाएं
प्रधानमंत्री ने महुआ के फूलों के उपयोग पर भी बात की और बताया कि अब इससे बिस्किट और अन्य खाद्य उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने झारखंड के राजाखोह गांव की चार बहनों का उल्लेख किया, जिन्होंने महुआ से बिस्किट बनाए और यह बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं। इसी तरह, तेलंगाना के आदिलाबाद में दो बहनों ने महुआ के फूलों से विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए, जो लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने ‘कृष्ण कमल’ नामक फूल का भी जिक्र किया और कहा कि गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के आसपास ये फूल बड़ी संख्या में देखने को मिलते हैं। यह बेहद आकर्षक होता है और इसका स्वरूप मन मोह लेने वाला है।
कार्यक्रम से मिली प्रेरणा
‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को प्रेरणा देने वाले विचार साझा किए। इस दौरान उन्होंने भारतीय संस्कृति, नवाचार, जल संरक्षण, त्योहारों, कृषि और ग्रामीण विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। पाकुड़ जिले में कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम को बड़े ध्यान से सुना और इससे प्रेरित होकर अपने क्षेत्र में इन विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।