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रुपांशु चौधरी/हजारीबाग.झारखंड के हजारीबाग जिले में स्तिथ बिष्णूगढ प्रखंड के नागी गांव में लंगूर की मौत के बाद ब्रह्मभोज की तैयारी चल रही है. ग्रामीणों के सहयोग से इसे संपन्न किया जाएगा. दरअसल बीते शुक्रवार को लंगूर का शव गांव में एक पीपल पेड़ के सामने पड़ा था. जिसके बाद ग्रामीणों ने मिलकर हिंदू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया. अब ब्रह्मभोज तैयारी चल रही है जो मृत्यु के 12 दिन बाद होता है.
बताया जा रहा है कि गांव के बच्चों ने शुक्रवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे लंगूर का शव देखा था. जिसके बाद में बच्चों ने हल्ला करना शुरू कर दिया. सूचना मिलते ही गांव के बुन महतो वहां पहुंचे. शव को मंदिर के पास रखकर रातभर उसकी देखरेख की. सुबह पूरे गांव में या खबर फैली तो लोगों की भीड़ जमा हो गई. गांव के पुरोहितों ने हिंदू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार की सलाह दी. इसके बाद ग्रामीणों ने मिलकर लंगूर की शव यात्रा निकाली और अंतिम संस्कार संपन्न किया. इस दौरान ग्रामीण बजरंगबली की जय के नारे लगाते रहे.
ग्रामीणों ने लिया ब्रह्मभोज का निर्णय
ग्रामीण पिंटू कुमार के अनुसार लंगूर भगवान हमुमान के वंसज है. उनका क्रिया-कर्म करना हम लोगों का दायित्व के साथ सौभाग्य भी है. अभी ग्रामीणों ने ये फैसला लिया है कि क्रिया कर्म के बाद गांव में ब्रह्मभोज किया जाएगा. जिसके लिए हम सभी ग्रामीण लोगों ने चंदा करके ब्रह्मभोज करने का निर्णय लिया है.
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FIRST PUBLISHED : July 23, 2023, 21:38 IST
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