परीक्षा में कदाचार रोकने के लिए प्रशासन सख्त, उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने दिए कड़े निर्देश
पाकुड़: वार्षिक माध्यमिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 को पूरी तरह कदाचार मुक्त और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी सिलसिले में उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) के माध्यम से जिले के सभी परीक्षा केंद्राधीक्षकों, दंडाधिकारियों, गश्ती दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों और वीक्षकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।
प्रश्न पत्र लीक को लेकर प्रशासन सतर्क
बैठक के दौरान उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने सभी परीक्षा केंद्रों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना मिली थी कि अन्य जिलों में 20 फरवरी 2025 को प्रथम पाली की वार्षिक माध्यमिक परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल हो गया था, जिसके कारण झारखंड अधिविध परिषद ने विज्ञान विषय की परीक्षा को रद्द कर दिया। प्रशासन इस तरह की घटना को पाकुड़ जिले में रोकने के लिए पूरी तरह सतर्क है और परीक्षा के दौरान कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
परीक्षा केंद्रों पर होगी सख्त निगरानी
उपायुक्त ने कहा कि परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले सभी परीक्षार्थियों की अच्छी तरह से तलाशी ली जाए ताकि किसी भी प्रकार की अनैतिक गतिविधि को रोका जा सके। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों की सतत निगरानी करने का भी निर्देश दिया गया है। प्रत्येक परीक्षा केंद्राधीक्षक को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि सीसीटीवी फुटेज पूरी तरह सुरक्षित रहे और परीक्षा के दौरान होने वाली सभी गतिविधियों की समीक्षा की जा सके।
परीक्षा कदाचार को किसी भी हाल में नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से कहा कि कदाचार में लिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई प्रतिनियुक्त कर्मी, शिक्षक, वीक्षक, पुलिस बल या अन्य व्यक्ति परीक्षा में किसी भी प्रकार की अनैतिक गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
वीक्षक और दंडाधिकारियों को मिली विशेष जिम्मेदारी
बैठक में उपस्थित सभी वीक्षकों, गश्ती दंडाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे परीक्षा केंद्रों पर सतर्क निगरानी बनाए रखें। उन्हें अनुचित साधनों के उपयोग पर तुरंत रिपोर्ट करने और प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा केंद्रों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
छात्रों और अभिभावकों से अपील
प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों से भी अपील की कि वे परीक्षा में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखें। उपायुक्त ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने मेहनत और योग्यता के आधार पर सफलता हासिल करनी चाहिए, न कि अनुचित साधनों का सहारा लेकर। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
परीक्षा को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की तैयारी पूरी
बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी अधिकारियों से कहा कि परीक्षा को सुचारू रूप से और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए पुलिस प्रशासन और शिक्षा विभाग मिलकर कार्य करेंगे। परीक्षा के दौरान हर केंद्र पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।