किसानों को केसीसी का लाभ देने का दिया निर्देश | योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में बैंकों की अहम भूमिका
पाकुड़। सहायक समाहर्ता डॉ कृष्णकांत कनवाड़िया की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला स्तरीय परामर्श दात्री एवं जिला स्तरीय साख समिति की बैठक हुई। समाहरणालय के सभागार में आयोजित इस बैठक में सहायक समाहर्ता ने किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना, सुरक्षा बीमा योजना जीवन ज्योति योजना सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की।
इस दौरान जिले के सभी बैंक प्रबंधकों को संबोधित करते हुए सहायक समाहर्ता ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में बैंक की भूमिका काफी महत्वपूर्ण। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को मिले इसके लिए प्रशासन के साथ-साथ बैंक को भी सक्रिय होकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि योजनाओं के संचालन में लापरवाही नहीं बरतें निर्धारित लक्ष्य को समय पूरा करें। वार्षिक साख योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 का लक्ष्य 895 करोड़ है। द्वितीय तिमाही में 442 करोड़ प्राप्त किया गया है जो की प्रतिशत 49.37 है।
इसके अलावा सहायक समाहर्ता ने क्रेडिट कार्ड की समीक्षा की। समीक्षा क्रम में विभिन्न बैंकों में लंबित केसीसी आवेदन को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 218 केसीसी का आवेदन लंबित है। इसी तरह से बैंक ऑफ इंडिया में 42 झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक में 86 बैंक ऑफ बड़ौदा में 42, इंडियन बैंक में 42, सेंट्रल बैंक में 2, केनरा बैंक में 6, पंजाब नेशनल बैंक में 7, इस तरह से जिला में विभिन्न बैंकों के विभिन्न शाखा में कुल 218 केसीसी के आवेदन लंबित है। जिसे स्वीकृति देने का निर्देश दिया गया। किसान क्रेडिट कार्ड के स्वीकृति में तेजी लाने हेतु एसबीआई बैंक, आफ इंडिया एवं इंडियन बैंक को विशेष तौर पर ध्यान देने की बात कही। केसीसी योजना के समीक्षा क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जो नॉन पीएम किसान है उन्हे भी इसका लाभ मिले। साथ ही सभी बैंकों को सीडी रेश्यो को इंप्रूव करने की बात कही।
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पीएमईजीपी योजना के समीक्षा क्रम में प्रखंड उद्यमी समन्वयक के द्वारा बताया गया कि पीएमईजीपी योजना वर्ष 2023-24 पाकुड़ जिले का लक्ष्य 203 है। जिसके विरूद्ध 187 आवेदन पत्र बैंकों को भेजे गए हैं बैंक के द्वारा 46 लाभुकों ऋण की स्वीकृति दी गई है। 42 आवेदन पत्र ऋण स्वीकृति हेतु विभिन्न बैंकों में लंबित है। वहीं 99 आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया है। सहायक समाहर्ता ने जिला उद्योग केंद्र को निर्देश दिया कि स्वीकृत आवेदन से ज्यादा लौटाए गए आवेदन है आप वैसे आवेदन को जेनरेट करवाएं जो की रिजेक्ट ना हो।
मौके पर आरबीआई प्रबंधक रोशन कुमार, डीडीएम नाबार्ड प्रमोद कुमार, एलडीएम मनोज कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ के.के.भारती, जिला मत्स्य पदाधिकारी रचना निश्चल, डीपीएम प्रवीण मिश्रा समेत विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक उपस्थित थे।