दुमका। वर्ष को सकारात्मक रूप से समाप्त करने और स्वच्छता और सामुदायिक भावना के संदेश के साथ नए वर्ष की शुरुआत करने के लिए, आवाहन आईएएस अकादमी ने दुमका के आउटडोर स्टेडियम में एक उल्लेखनीय स्वच्छता अभियान चलाया। ‘अंत भला तो सब भला‘ नाम के इस कार्यक्रम में संगठन के जीवंत सदस्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिन्होंने समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव डालने की अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की।
आलोक कुमार चौधरी की अगुवाई में इस पहल का उद्देश्य न केवल आसपास की सफाई करना है, बल्कि युवाओं में जिम्मेदारी और नागरिक कर्तव्य की भावना पैदा करना भी है। इस कार्यक्रम में उज्जवल झा, अशोक कुमार यादव, अभिषेक कुमार, काजल झा, काजल मंडल, आयुष मिश्रा, संजीव कुमार, अनंत कुमार, सोनी प्रियम, पुजा कुमारी, नेहा कुमारी, दिपक कुमार वर्मा, प्रतिभा कुमारी, मुस्कान कुमारी, पुजा कुमारी, प्राची शर्मा, शिवम कुमार, सत्यम कुमार झा, निक्की कुमारी, वैशाली कुमारी, गायत्री कुमारी, आशीष कुमार सिंह, अमुंज कुमार मंडल, संजय जयसवाल, कैलाश चौधरी, सुजल मुर्मु, राकेश, अपेक्षित कुमार सिंह, अरपित सिंह, जुमंत कुमार, राकेश मरांडी, गुलशन मुर्मु, बोनी बिनसन टुडु, संदीप सोरेन, संदीप मुर्मू, अतुल कुमार तथा राकेश ने भाग लिया।
आउटडोर स्टेडियम, जो कि दुमका का केंद्रीय स्थान है, इस प्रभावशाली पहल का केंद्र बिंदु बन गया। स्वच्छता और सामुदायिक कल्याण की साझा दृष्टि से लैस प्रतिभागियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए परिश्रमपूर्वक काम किया कि स्टेडियम और उसके आसपास का वातावरण बेदाग रहे। कार्यक्रम न केवल शारीरिक स्वच्छता पर केंद्रित था बल्कि इसका उद्देश्य प्रतिभागियों के बीच एकता और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देना भी था।
आवाहन आईएएस अकादमी, जो समग्र विकास और सामुदायिक सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है, विभिन्न सामाजिक पहलों में सक्रिय रूप से शामिल रही है। आउटडोर स्टेडियम की सफाई का कार्यक्रम अकादमिक उत्कृष्टता से परे मूल्यों को स्थापित करने के लिए अकादमी के समर्पण को दर्शाता है। अकादमी ऐसे व्यक्तियों के पोषण में विश्वास रखती है जो न केवल शैक्षणिक रूप से सक्षम हैं बल्कि सामाजिक रूप से भी जिम्मेदार नागरिक हैं।
पहल के नेता आलोक कुमार चौधरी ने अकादमी के युवा सदस्यों की जबरदस्त प्रतिक्रिया के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने समुदाय और साझा जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देने में ऐसे आयोजनों के महत्व पर जोर दिया। श्री चौधरी ने कहा, “‘अंत भला तो सब भला’ स्वच्छता अभियान केवल भौतिक स्थानों की सफाई के बारे में नहीं है, यह हमारे दिमाग और दिल को साफ करने के बारे में है। युवाओं को एक सामान्य कारण के लिए इतने उत्साह के साथ एक साथ आते देखना खुशी की बात है।”
भाग लेने वाले सदस्यों ने पूरे कार्यक्रम में अनुकरणीय टीम वर्क और समर्पण का प्रदर्शन किया। कूड़े को उठाने से लेकर कचरे का उचित निपटान सुनिश्चित करने तक, प्रत्येक प्रतिभागी ने स्टेडियम को सभी के लिए एक प्राचीन और स्वागत योग्य स्थान में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अकादमी की पहल बड़े पर्यावरण संरक्षण लक्ष्यों के साथ संरेखित है और साथ ही सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ बनाए रखने के प्रति कर्तव्य की भावना को बढ़ावा देती है।
स्वच्छता अभियान का प्रभाव तात्कालिक भौतिक परिवेश से भी आगे तक बढ़ा। यह उस सकारात्मक परिवर्तन की एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। जिसे तब प्राप्त किया जा सकता है जब व्यक्ति एक सामान्य उद्देश्य के लिए एकजुट होते हैं। सामुदायिक सेवा, नेतृत्व और टीम वर्क जैसे मूल्यों पर अकादमी का जोर पूरे आयोजन में स्पष्ट था, जिससे इस विचार को बल मिला कि छोटे कार्यों से सामूहिक रूप से महत्वपूर्ण परिवर्तन हो सकते हैं।
जैसे-जैसे वर्ष समाप्त होने को आया, दुमका के आउटडोर स्टेडियम में ‘अंत भला तो सब भला’ स्वच्छता अभियान समग्र विकास और सामुदायिक कल्याण के प्रति अकादमी की प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में खड़ा हुआ। भाग लेने वाले युवा सदस्यों ने न केवल स्टेडियम के तत्काल सुधार में योगदान दिया, बल्कि समुदाय पर एक अमिट छाप भी छोड़ी, जिससे अन्य लोगों को नए साल का स्वागत करते हुए एक स्वच्छ और अधिक सामंजस्यपूर्ण समाज बनाने की दिशा में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रेरणा मिलेगी।