‘स्वस्थ शुरुआत, आशाजनक भविष्य’ थीम पर हुआ विचार-विमर्श
झालसा रांची के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ ने किया आयोजन
झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा), रांची के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वाधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पाकुड़ सदर अस्पताल सोनाजोड़ी में आयोजित किया गया, जिसमें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़, शेष नाथ सिंह के निर्देशानुसार कार्यक्रम को संचालित किया गया।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हुआ कार्यक्रम
इस विशेष अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अजय कुमार गुड़िया, सिविल सर्जन डॉ. मंटु कुमार टेकरीवाल, तथा डॉ. मनीष कुमार की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सिविल सर्जन डॉ. मंटु कुमार टेकरीवाल ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत वर्ष 1948 में की गई थी और इसका मुख्य उद्देश्य आम जनता को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है।
उन्होंने बताया कि बीमारियों की जड़ गंदगी है। नालियों में भरा गंदा पानी, खुले में पनपते मच्छर, और अस्वच्छ वातावरण विभिन्न प्रकार की बीमारियों को जन्म देते हैं। अतः आवश्यक है कि हम अपने आस-पास की सफाई रखें, स्वयं को स्वच्छ रखें, और ताजा व पौष्टिक भोजन का सेवन करें। साथ ही, समय-समय पर स्वास्थ्य की जांच कराना भी आवश्यक है। उन्होंने ठेले के खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी और कहा कि हमें नियमित व्यायाम को जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए।
स्वस्थ नागरिक ही बनाते हैं एक स्वस्थ राष्ट्र – अजय कुमार गुड़िया
सचिव अजय कुमार गुड़िया ने अपने संबोधन में कहा कि जब हम स्वयं को स्वस्थ रखते हैं, तभी हम एक मजबूत, सशक्त और स्वस्थ समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों को सलाह दी कि समय-समय पर स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं, स्वच्छता के नियमों का पालन करें और बीमारी होने की स्थिति में किसी झाड़-फूंक या अंधविश्वास की जगह कुशल चिकित्सक से परामर्श लें।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी अस्पतालों में आज अनेक प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनका लाभ लेकर आम जन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत पा सकते हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपने स्वास्थ्य का स्वयं ध्यान रखें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
‘स्वस्थ शुरुआत, आशाजनक भविष्य’ – इस बार की थीम पर फोकस
डॉ. मनीष कुमार ने इस वर्ष की विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम ‘स्वस्थ शुरुआत, आशाजनक भविष्य’ पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह थीम माताओं और नवजात शिशुओं की सेहत और सुरक्षा पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी बीमारी की शुरुआती अवस्था में ही पहचान और उपचार किया जाए, तो भविष्य में हम गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आज पल्स पोलियो अभियान जैसे प्रयासों से हम कई गंभीर बीमारियों को समाप्त करने में सफल हुए हैं। यह जन-जागरूकता और नियमित टीकाकरण का ही परिणाम है। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों का नियमित टीकाकरण जरूर कराएं और स्वस्थ भविष्य के इस अभियान को सफल बनाएं।
जनभागीदारी से बढ़ा कार्यक्रम का प्रभाव
इस कार्यक्रम में पीएलवी कमला राय, गांगुली उत्पल मंडल, नीरज कुमार राउत, तथा अस्पताल के अन्य कर्मी, स्वास्थ्यकर्मी एवं दूर-दराज से आए हुए ग्रामीणों ने भाग लिया। उपस्थित लोगों ने अधिकारियों और चिकित्सकों द्वारा साझा की गई जानकारी को ध्यानपूर्वक सुना और सराहा।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने यह संकल्प लिया कि वे स्वयं के स्वास्थ्य के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को भी स्वस्थ रखने के लिए प्रेरित करेंगे तथा इस दिशा में निरंतर कार्य करते रहेंगे।
स्वास्थ्य ही जीवन है – इस मूल मंत्र को केंद्र में रखकर आयोजित यह कार्यक्रम जन-स्वास्थ्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल सिद्ध हुआ।